[ प्याज की खेती की संपूर्ण जानकारी 2024 ] जानिए खेती कब और कैसे करें, कौन सा खाद डालें | Onion Farming

Last Updated on January 28, 2024 by krishisahara

प्याज की खेती कौन से महीने में होती है | Onion ki kheti | Pyaj की नर्सरी कैसे लगाएं | Pyaj ki kheti | प्याज की उन्नत खेती | प्याज कैसे लगाएं | प्याज का बीज कैसे तैयार करें –

प्याज-की-खेती

यह एक मुनाफेदार और अच्छी डिमांड वाली सब्जी फसल होने के साथ-साथ इसकी खेती पुरे भारत के लगभग सभी राज्यों में की जा सकती है | जागरूक किसान अधिक उत्पादन के लिए हर एक उपाय खोजता रहता है | भारतीय बाजारों में पूरे साल प्याज की मांग रहने के साथ किसान प्याज की खेती के नवीनतम तरीकों से और अच्छा लाभ कमा सकता है | आइए जानते है, प्याज की खेती कब और कैसे करें एव प्याज की खेती की सम्पूर्ण जानकारी –

प्याज की खेती बारे में जानकारी (pyaj ki kheti kaise kare in hindi) –

जानिए प्याज की नर्सरी से लेकर प्याज का बाजार तक का सफर –

नर्सरी तैयारी या पौध की तैयारी –

प्याज की नर्सरी तैयार करने से पहले यह निश्चित करना होता है, कि प्याज रबी सीजन या खरीफ की फसल के लिए |

नर्सरी के लिए प्याज के बीज 3 से 3.5 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है | एक हेक्टेयर के लिए 8 से 9 किलोग्राम प्याज के बीज की जरूरत होती है |

प्याज-की-खेती
क्रम. स. प्याज की खरीफ फसलप्याज रबी की फसल
1 खरीफ की फसल तैयार करने के लिए प्याज की नर्सरी 15 जून से 15 जुलाई तक तैयार कर सकता है | तथा इसकी नर्सरी 40 से 45 दिनों में तैयार हो जाती है | किसान रबी की फसल के लिए नर्सरी तैयार करता है, तो नर्सरी तैयारी का समय नवंबर-दिसंबर महीने में नर्सरी तैयार कर सकता है |
2 35 से 40 दिनों की प्याज की पौध खेतों में रोपाई या रोपने के लायक हो जाती है |रोपाई के लिए 40 से 45 दिनों बाद यानी जनवरी-फरवरी में प्याज की नर्सरी लगाने के लिए तैयार हो जाती है |

प्याज की खेती के लिए जलवाऊ और मिट्टी –

जलवायु की बात करें तो इस खेती के लिए ना तो ज्यादा ठंड और ना ही ज्यादा गर्म मौसम हो लेकिन जब प्याज का कंद पकने की अवस्था में वातावरण का तापमान 30 से 35 डिग्री सेंटीग्रेड होना आवश्यक है |

प्याज की खेती पीली मिट्टी, दोमट मिट्टी तथा उत्तम जल निकास वाली भूमि वाले स्थानों पर, वैसे लगभग भारत के सभी राज्यों में इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है | अधिक अम्लीय और क्षारीय मिट्टी पर की खेती कम सक्षम है अर्थातः मिट्टी का जीवाश्म युक्त होना जरूरी है | PH मान 6.5 से 7.5 मान वाली मिट्टी में उपयुक्त है |

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प्याज की खेती का समय –

प्याज की खेती किसान साल में दो बार – रबी और खरीफ के सीजन में कर सकते है | खरीब के मौसम में प्याज की उन्नत खेती के लिए किसान अगस्त-सितंबर-अक्टूबर के प्रारंभिक सप्ताह में प्याज की रोपाई कर सकता है |

यदि किसान रबी की मौसम में प्याज की उन्नत खेती करना चाहता है, तो उसके लिए जनवरी से फरवरी में प्याज की रोपाई कर सकता है | यह रबी के सीजन में प्याज की खेती का उत्तम समय है |

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प्याज की उन्नत किस्में –

रबी की फसल की बुवाई हेतु प्याज की वैराइटी खरीफ की बुवाई हेतु प्याज की उन्नत किस्में
पूसा रेड
रतनारा पूछा
एग्री फाउंड रोज 
कल्याणपुर रैड राउंड
अर्का कीर्तिमान
Agri found dark red,
N- 53,
F-1 Hybrid seeds onion
ब्राउन स्पेनिश
एन- 257-1.

प्याज के पौधे से पौधे की दूरी –

पौधे से पौधे की जो दूरी है, 8 से 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए तथा कतार से कतार की दूरी 8 सेंटीमीटर पर्याप्त होता है |

प्याज में कितने दिन में पानी देना चाहिए?

प्याज की खेती के लिए ड्रिप सिंचाई विधि के द्वारा तथा नाली/क्यारी विधि के द्वारा सिंचाई कर सकता है दोनों तरीकों से ही किसान उन्नत फसल ले सकता है |

सिंचाई की बात करें तो देश के कई-कई राज्यों में प्याज की पौध लगाने से पहले एक बार पानी दे देते है | कई-कई राज्यों में प्याज की पौध लगने के बाद में सिचाई है, तो किसान को उसकी भूमि में नमी के अनुसार पहली सिंचाई करनी चाहिए | पहली सिंचाई के बाद खेत में 8 से 10 दिन के अंतराल में पानी चलाना चाहिए |

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प्याज की खेती में कौन सी खाद डालें –

इसकी खेती में खाद की बात करें, तो जहां तक हो सके जैविक खाद का प्रयोग करें | यदि किसान रसायन खाद को भी शामिल करना चाहता है- तो सिंगल सुपर फास्फेट, डीएपी, यूरिया, पकी हुई गोबर खाद डालकर खेत को अच्छी तरह से रोटेवर की सहायता से मिट्टी की 2-3 पलटवार करवा लेना होगा |

बुआई से लगभग 15 दिन पहले खेत में पक्की हुई गोबर खाद डालकर हल या कल्टीवेटर की सहायता से मिट्टी में पलटी करवा दे | तैयार खेत में 25-30 टन प्रति हेक्टेयर के हिसाब से |

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प्याज की खेती में खरपतवार नाशक/खरपतवार नियंत्रण –

प्याज की खेती में खरपतवार नियंत्रण के लिए एक तो मजदूरों की सहायता से तथा दूसरा रासायनिक दवाओं का प्रयोग करके खेत में होने वाले अनावश्यक खरपतवार को हटा सकते हैं | यदि किसान मजदूरों की सहायता से खरपतवार को बाहर निकलता है, तो पूरी फसल में दो बार खुरपी से मिट्टी हटा देना चाहिए |

इसी के साथ रासायनिक दवा का प्रयोग से देखा जाए तो किसान Adama Dekel Herbicade का छिड़काव कर सकते है| नोट इसका प्रयोग करने से पहले खेत में सिंचाई करें, क्योंकि इसका प्रयोग करने से पहले खेत में नमी का होना बहुत जरूरी है |

प्याज का प्रति एकड़ उत्पादन –

इसका भूमि के अनुसार उत्पादन, तो प्याज क्षेत्र से 100 क्विंटल प्रति एकड़ का उत्पादन हो जाता है | यदि किसान अच्छी तरीके से करें तो उत्पादन बढ़ सकता है तथा उत्पादन कम भी हो सकता है | यह सब खेती की देखरेख और खेत तैयारी मौसम आदि पर निर्भर करता है |

प्याज-की-खेती

प्याज की खेती सबसे ज्यादा कहां होती है ?

बात करें देश में प्याज का ज्यादा उत्पादन वाले राज्य और क्षेत्र तो इनमें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश, उड़ीसा, कर्नाटक, तमिलनाडु आंध्रप्रदेश, बिहार इन सभी जगहों पर प्याज का अच्छा उत्पादन लिया जाता है |

भारत मे प्याज का सबसे अधिक उत्पादन मध्यप्रदेश में होता है |

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प्याज के बीज कैसे बोए जाते हैं?

नर्सरी के लिए प्याज के बीज 3 से 3.5 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की आवश्यकता होती है | अथवा एक हेक्टेयर के लिए 8 से 9 किलोग्राम प्याज के बीज की जरूरत होती है |

प्याज की खेती कितने दिन में होती है?

यदि किसान बीज लगाकर सीधी बुआई करता है, तो फसल 120 से 140 दिन में तैयार होती है| जबकि नर्सरी से पौध लगता है, तो 60 से 90 दिन में प्याज की फसल पूर्ण रूप से तैयार हो जाती है |

प्याज की नर्सरी कितने दिन में तैयार हो जाती है?

खरीफ की फसल तैयार करने के लिए प्याज की नर्सरी 15 जून से 15 जुलाई तक तैयार कर सकता है | इसकी नर्सरी 40 से 45 दिनों में तैयार हो जाती है |

प्याज की खेती कौन से महीने में की जाती है?

प्याज की नर्सरी तैयार करने से पहले यह सूनिश्चित करना होता है, कि प्याज रबी के मौसम के लिए कर रहे है या खरीफ की फसल के लिए |

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