Last Updated on February 14, 2024 by krishisahara
केंचुआ खाद बनाने की विधि pdf | केंचुआ खाद की कीमत | केंचुआ खाद कैसे बनाएं | केंचुआ कहाँ से खरीदें | केंचुआ खाद के प्रकार | केंचुआ खाद का महत्व | वर्मी कम्पोस्ट क्या है pdf | केंचुआ खाद से कमाई
केंचुआ खाद (kechua khad) भारतीय किसान अपनी फसल और उत्पादन बढ़ाने के लिए के लिए क्या-क्या नहीं करता, वह हर प्रकार के उपाय को अपनाता है | भारत में आई हरित क्रांति के बाद किसानों के कृषि उत्पादों में काफी बढोतरी हुई, पर देश का भोला किसान इस आधुनिकता की दौड़ में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग कर खेतों को बीमार कर दिया|
आज के समय में किसान अपने खेत में खुद का उपजाया हुआ बीज नहीं बो सकता, कोई भी फसल बोने से पहले चार बार सोचता है | फसल लेने के लिए कितना खर्चा (बीज/उर्वरक) आएगा, वर्तमान समय में सरकार और किसान सचेत होकर अब खेती-बाड़ी के भूमि सुधारो की और काम कर रही है और जैविक खाद की और आगे आ रही है|
जैविक खाद से कृषि भूमि एकदम स्वस्थ रहती है, जैविक खाद अनेक प्रकार की होती है जिनमें केचुआ खाद को शीर्ष स्थान मिला है| तो आइए जानते है kechua khad यानि वर्मी कंपोस्ट की सम्पूर्ण जानकारी –
केंचुआ खाद/वर्मी कंपोस्ट क्या है, किसे कहते है ?
पेड़-पोधों की अवशेष फूल-पते, घर का कुड्डा कचरा, पशुओ का गोबर, फलों के छिलके, आदि कार्बनिक पदार्थों को एक विशेष जगह एकट्टा कर केंचुओ द्वारा जो अपशिष्ट निकाला जाता है और एक उच्च गुणवता व कीमती खाद का निर्माण हो जाता है, उसे केंचुआ खाद या वर्मी कंपोस्ट कहा जाता है|
- केंचुआ एक ऐसा जीव होता है, जो मिट्टी की उर्वरकता में बहुत लाभदायक है|
- केंचुआ खाद को कृषि भूमि की आंत कहा जाता है, यह खाद जैविक खादों में सबसे अधिक उपजाऊ खाद है|
- एक अच्छी केंचुआ खाद का गंध रहित और गहरे भूरे या काले रंग की होती है|
वर्मी कंपोस्ट/केंचुआ खाद के फायदे ?
केंचुआ खाद को किसान का सबसे अच्छा मित्र कहा जाता है, आइए जानते है किसान मित्र के फायदे –
- सामान्य फसल के उत्पादन में 20 से 25% उत्पादन में वृद्धि करता है |
- यह खाद पूर्ण रूप से जैविक है, इसका फसलों एवं मिट्टी पर किसी भी प्रकार का नुकसान नही होता है |
- बागवानी फसलों में फल-फूलों में अधिक वृद्धि देखने को मिलती है |
- खेतों में जल धारण क्षमता बढती है, अधिक समय तक मिट्टी में नमी बनी रहती है |
- साल में एक बार प्रयोग करने से अगली 2-3 फसलों में असरदार रहती है |
- 80% खराब या टूटे हुए पोधों को वापस स्वस्थ बना सकता है|
- केंचुआ मिट्टी को अधिक उपजाऊ कैसे बनाता है- कृषि भूमि को ढिला कर उपजाऊ बनाता है|
- kechua khad में कभी दुर्गंध नहीं आती है, वातावरण भी प्रदूषित नहीं होता है|
- कच्ची गोबर खाद, पराली, फसल अवशेषों को काम में लेने का अच्छा एवं फायदेमंद सौदा रहता है |
- प्रगतिशील एवं जागरूक किसान इस खाद के बड़े-बड़े इकाई लगाकर अच्छी कमाई का जरिया बना रहे है |
- सरकार किसानों को वर्मी कंपोस्ट/केंचुआ खाद के प्रोत्साहन के लिए 80-100% सब्सिडी एवं साधन मुहया कराती है |
केंचुआ कहाँ से खरीदें ?
- किसानों के ये समस्या बनी रहती है, की वर्मी कंपोस्ट कहा से खरीदे, तो आपको kechua khad खरीदने के लिए नजदीकी कृषि विभाग, गैर सहकारी संस्थाए, खाद बीज की दुकान से भी खरीद सकते है|
- वर्मी कम्पोस्ट की कीमत आपको 15-25 रुपये किलो के हिसाब से मिल जाती है, जो आपको पैकिंग में मिल जाती है|
केचुआ खाद/वर्मी कम्पोस्ट कैसे बनाये ?
अगर किसान भाई साधारण तरीके से बनाना चाहते है तो-
- आपको सबसे पहले आपके कूड़ा-कचरा या गोबर के ढ़ेर में केंचुओ को छोड़े|
- ढ़ेर पर थोड़ा पानी का छिड़काव करें |
- अब आपको गोबर के ढेर पर बोरी, कट्टे से ढक दे|
- हर 4 से 5 दिन के अंतराल में पानी का छिड़काव करते रहे|
- 25 से 30 दिन में आपकी kechua khad बनकर तैयार हो जाएगी|
- अब आपको केंचुओ को अलग और खाद को अलग कर देना है|
- केंचुओ को नए गोबर के ढेर में छोड़े|
केचुआ खाद बनने में कितना समय लगता है?
kechua khad पूर्ण रूप से तैयार होने में लगभग 25 से 30 दिन का समय लग जाता है|
केंचुआ मिट्टी को अधिक उपजाऊ कैसे बनाता?
कृषि भूमि की आंत कहे जाना वाला जीव केंचुआ दिन रात काम करता है | केंचुए के आंखे और कान नहीं होते है, केंचुआ गोबर या भूमि में धीरे-निरंतर चलता रहता है और भूमि में कार्बनिक चक्रण की प्रक्रिया को बनाए रखता है|
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