Last Updated on January 7, 2024 by krishisahara
Beej gram yojana mp | किसान बीज अनुदान | एकीकृत बीज ग्राम योजना | किसान बीज पंजीकरण
आज के समय खेती में सर्वोधिक लागत बीज और खाद उर्वरक को ही माना जाता है, इसी तर्ज पर कृषि मंत्रालय द्वारा बीज ग्राम योजना के तहत बीज अनुदान, नये बीज बनाना, प्रशिक्षण आदि बेहतर सुविधाओ को चला रही है | इस योजना से किसान अब कम कीमत पर उन्नत किस्म और क्वालिटी सर्टिफाइड बीजों को लगा सकता है |
तो आइये जानते है, बीज ग्राम योजना 2024 क्या है, Beej gram yojana, किसान बीज अनुदान/सर्टिफाइड बीज उत्पादन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी –
बीज ग्राम योजना के तहत किसान समूह, विभिन्न राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के कृषि विभाग, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय बीज उत्पादक एजेंसियों, बीज प्रमाणन एजेंसिया सीजन आने से पहले उन्नत बीजों की व्यवस्था करती है, जिसमे हर एक किसान को समय पर और अनुदान सहित कम कीमत पर बीज की उपलब्धता करायी जा सके |
Beej Gram Yojana Madhya Pradesh 2024 –
योजना का नाम | बीज ग्राम योजना 2024 |
लाभार्थी | देश का हर एक किसान |
उधेश्य | उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराना |
योजना की शुरुआत | 2014-15 से शुरू है – |
योजना संचालित विभाग | केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय |
बीज ग्राम योजना क्या है?
केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2014 -15 में शुरू की गई कृषि क्षेत्र की काफी सफल योजना है| इस स्कीम से कृषकों को बीज उत्पादन से लेकर अनुदान/सब्सिडी पर बीज उपलब्ध कराए जाते है| बीज उत्पादन के लिए 2-3 गांवों के किसानों को मिलाकर दो से तीन समूह मिलकर इसका प्रशिक्षण ले सकते है और अपने क्षेत्र के लिए सर्टिफाइड बीज तैयार कर सकते है| प्रत्येक समूह में लगभग 60 से 100 कृषकों को शामिल किया जाता है| कृषि विशेषज्ञों द्वारा किसानों को बीज की बुवाई से लेकर उसकी कटाई करनें तक प्रशिक्षित किया जाता है |
बीज ग्राम योजना का उद्देश्य?
बीज ग्राम योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके ही क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध करवानें के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है| जैसा कि हम सभी जानते है, कि किसानों की आय मुख्य रूप से फसलों के उत्पादन पर ही निर्भर होती है| फसलों की स्थिति बिगड़ने पर उन्हें आर्थिक रूप काफी हानि का सामना करना पड़ता है जबकि फसलों के बेहतर उत्पादन पर उनकी आय बढ़ जाती है |
बीज ग्राम कार्यक्रम – किसान बीज अनुदान ?
सरकार भारत सरकार किसान के सहेजे गए बीजों की गुणवत्ता/प्रमाणित बीज वितरण में अनाज फसलों के लिए बीज लागत का 50% और दलहन, तिलहन, चारा और हरी खाद फसलों के लिए 60% प्रति किसान एक एकड़ तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध है| भारत सरकार प्रत्येक सीजन की बुवाई यानी खरीफ और रबी से पहले साल में दो बार क्षेत्रीय बीज समीक्षा बैठक करती है |
क्षेत्रीय बीज समीक्षा कार्यक्रमों में, विभिन्न राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों के कृषि विभाग, किसान समूह, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय बीज उत्पादक एजेंसियों, बीज प्रमाणन एजेंसियों द्वारा बीज की आवश्यकता और उपलब्धता का आकलन किया जाता है| किसान बीज अनुदान/सब्सिडी ओर किसानों को समय पर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके |
साल | बीज मांग की मात्रा (लाख क्विंटल में) | बीज उपलब्धता की मात्रा (लाख क्विंटल में) | उपलब्ध कम-आधिक की मात्रा (लाख क्विंटल में) |
2019-20 | 387.31 | 431.01 | + 43.70 |
2020-21 | 443.16 | 483.66 | + 40.50 |
2021-22 | 465.36 | 498.83 | + 33.47 |
बीज ग्राम योजना में सर्टिफाइड बीज कैसें तैयार किया जाता है ?
किसान समूह मिलकर भी प्रमाणिक बीज तैयार कर सकते है, इसके लिए जिले स्तर पर स्थित कृषि फार्म में रोपित किया जाता है | उन्नत बीज के लिए पहली बार लगाए बीज को ब्रीडर बीज कहा जाता है | ब्रीडर बीजों से उत्पादित फसलों से प्राप्त होनें वाला उत्पादन/बीज को फाउंडेशन बीज कहते है | जिला स्तर से तैयार फाउंडेशन बीज को समूह के किसानों के खेतों में बुवाई करायी जाती है | एक वर्ष बाद किसान समूह में जो बीज प्राप्त होता है, उसे प्रमाणिक अर्थात सर्टिफाइड बीज कहा जाता है | इन सर्टिफाइड बीजों को अगले साल वापस बुवाई के लिए उपयोग में लाया जा सकता है |
किसान बीज योजना से लाभ ?
- देश के हर किसान को कम कीमत पर और फसलों की बुवाई के समय, समय पर सर्टिफाइड बीजों की उपलब्धता कराना |
- बीज समीक्षा कार्यक्रमों से पहले से ही बीज तैयार कर लिया जाता है, जिससे एक-दूसरे राज्यों में भटकना नहीं पड़ता है |
- प्रमाणित गुणवत्तापूर्ण बीज उत्पादित करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है |
- कृषि विभाग द्वारा अनाज फसलों के लिए बीज लागत का 50% और दलहन, तिलहन, चारा और हरी खाद फसलों के लिए 60% प्रति किसान एक एकड़ तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध होती है |
- किसान समूह मिलकर सर्टिफाइड बीजों का उत्पादन कर उन्हें बेंच कर अतिरिक्त आय कमा सकते है |
- किसान समूह फाउंडेशन बीज तैयार कर, डायरेक्ट कृषि विज्ञान केंद्र या राज्य बीज निगम को बेच सकते है |
बीज ग्राम योजना का लाभ कैसें ले ?
यह स्कीम बता दे की केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई है, जो देश के हर राज्यों में लागू है| किसान भाई इस योजना से जुड़ना चाहता है, तो उन्हें इसके लिए अपनें जिले के अंतर्गत आने वाले कृषि कार्यालय में जाकर जिला कृषि पदाधिकारी संपर्क कर सकते है| अपनें नजदीकी क्षेत्र से जानकारी के लिए ग्राम स्तर के कृषि सलाहकार से प्राप्त कर सकते है| बीज ग्राम योजना से जुड़नें के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन/पंजीकरण कराना जरूरी होता है |
बीज मिनिकिट कैसें प्राप्त करें?
बीज ग्राम योजना की तरह ही उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान, बिहार, महराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों की सरकारे फसलों के बुवाई के सीजन में बीज मिनिकिट बाटती है, बीज मिनिकिट प्राप्त करनें के लिए आपके नजदीकी कृषि कार्यालय/कॉपरेटिव समिति से संपर्क ओर समय की जानकारी लेकर प्राप्त कर सकते है |
बीज मिनीकिट के लिए आवेदन कहाँ करें?
प्रथिमकता के तौर पर छोटे और सीमान्त किसान को दिया जाता है – बीज मिनिकिट आवेदन करनें के लिए आपके नजदीकी कृषि कार्यालय/कॉपरेटिव समिति से संपर्क और समय की जानकारी लेकर प्राप्त कर सकते है |
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