Last Updated on January 6, 2024 by krishisahara
सुजाता गेहूं की खेती कैसे होती है | सुजाता गेहूं किस्म | sujata wheat variety | सुजाता गेहूं का बाजार में क्या भाव है
जैसे ही खरीफ फसलों की कटाई शुरू होती है, किसान को अगली रबी फसलों की अच्छी किस्मों की बुवाई के विचार घूमते है | यदि आप इस रबी सीजन में गेहूं की उन्नत खेती करने का सोच रहे है तो, सुजाता वैराइटी का गेहूं आपको दिला सकता है, अच्छा उत्पादन और मुनाफा | रबी क्रॉप्स के सीजन में सुजाता प्रजाति का गेहूं किस्म का चयन करना बहुत लाभकारी साबित हो सकता है | आइए जानते है- सुजाता गेहूं की खेती कैसे की जाती है और सुजाता गेहूं वैराइटी के बारे में –
वर्तमान में सुजाता गेहूं का भाव 200 से 3500 रुपए प्रति कुंटल के आस-पास है | जैसे-जैसे रबी क्रॉप्स का सीजन नजदीक आएगा, तो इसके थोक और बीज भाव में उछाल दिखाई दे रहा है |
सुजाता गेहूं किस्म क्या है ?
सुजाता गेहूं का उत्पादन भारत देश में सर्वाधिक होता है, इसके कई मुख्य कारण है जैसे की सुजाता गेहूं का पैदावार/हेक्टेयर अच्छा रहता है | खाने में स्वादिष्ट जिसके चलते उद्धोग-धंधों-फैक्ट्रियों, घरेलू बाजार में पूरे सालभर अच्छे भाव और मांग बनी रहती है | इस वैराइटी के पौधे बारानी भूमि में अधिक लंबाई और समय में ही पकने की अवधि में होते है | इसका उत्पादन की बात करें तो, भारत में सुजाता गेहूं का औसत 45 कुंटल से 50 क्विंटल/हेक्टेयर प्रमाणित है |
सुजाता गेहूं की खेती कैसें करें ?
इस वैराइटी को मुख्यतः बारानी क्षेत्रों वाली मिट्टियों में अच्छी उपज देने के लिए विकसित किया गया है, जिसको ऑर्गेनिक तरीकों से अच्छे से उपजाया जा सकता है | इस किस्म की खेती में लागत बहुत कम आती है, क्योंकि रसायनिक खाद और और सिंचाई की बहुत कम आवश्यकता होती है |
सुजाता गेहूं की खेती अन्य गेहूं की खेती से बिलकुल ही अलग होती है | आप इस खेती में रसायनिक खाद का प्रयोग करते है, तो आपकों सुजाता गेहूं का पैदावार कम दिखाई देगा | इसकी जगह यदि आप इस खेती के लिए ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करे तो सुजाता गेहूं का पैदावार अधिक होगा |
खेत की तैयारी कैसें करें ?
खरीफ फसल से जैसे ही खेत खाली हो अच्छी प्रकार से 1-2 जुताई मिट्टी पलटने वाले हल/कल्टीवेटर से करा दे | खेत तैयारी के लिए पुरानी फसल के अवशेषों को हटा ले, अच्छी धूप के लिए कम से कम एक महिना खेत को खुला रखे | सुजाता गेहूं की बुवाई से 10 दिन पहले सुखी और पक्की हुई गोबर की खाद डालकर जुताई करा दे | सुजाता बीज बुआई करते समय ध्यान रखे खेत की मिट्टी में नमी होनी जरूरी है |
सिंचाई कैसें करें ?
यह वर्षा आधारित सिंचाई पर निर्भर गेहूं की किस्म है, लेकिन जरूरत के समय अच्छी फसल प्राप्ति के लिए आपको फसल की 2-3 सिंचाई कर सकते है | यदि आप समय पर सिंचाई करते है, तो आपकी फसल खेत में अच्छे से लहराएगी |
सुजाता गेहूं की बुआई 15 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच में होती है, इसको पकने में लगभग 135 दिन से 140 दिन लग सकते है | सुजाता गेहूं की यदि आप 2 बार भी सिंचाई करते है, तो आपको अच्छी पैदावार हो सकती है और यदि आपने 3 बार सिंचाई करी है तो आपकी पैदावार सबसे बेस्ट होगी |
सुजाता गेहूं फसल में खाद-उर्वरक कैसा लगेगा ?
जहां तक हो सके खेत तैयारी के समय पकी हुई गोबर खाद, जैविक खाद आदि का प्रयोग करना चाहिए | किसान भाइयों खेत की भूमि कम उपजाऊ है, तो DAP की 2 बोरी/हेक्टर के हिसाब बुवाई के 4-5 दिन पहले दे सकते है |
प्रति एकड़ उपज पैदावार कितनी होती है ?
सुजाता गेहूं की उपज पैदावार 45 से 50 क्विंटल/हेक्टेयर तक ली जाती है, बेहतर पैदावार किसान द्वारा फसल की देखभाल, मौषम, सिंचाई पर निर्भर करती है |
सुजाता गेहूं की पहचान क्या-क्या है ?
देखने में सुजाता गेहूं के दाने आकार में बड़े, ढोस-वजनदार और इसकी दिखावट सुनहरी चमकदार होती है |
सुजाता गेहूं का रेट क्या चल रहा है?
वर्तमान समय में सुजाता गेहूं का रेट 2400 रुपए से 3500 रुपए प्रति कुंटल चल रहा है | बीज बुवाई और बाजार में नई फसल आने के इंतजार में है, भावों में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है, सामान्य बाजार में पूरे सालभर 2400 रु/ क्विंटल + में भाव बने रहते है |
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