Last Updated on January 29, 2024 by krishisahara
रबी/सर्दियों के सीजन की कई टॉप मुनाफेदार फसलों में मूली की खेती भी शामिल है, जो शहरी क्षेत्रों में एकदम बढ़ती मांग की पूर्ति करती है | मूली की फसल को अच्छे तौर-तरीकों से करके कम समय में अधिक लाभ कमाया जा सकता है | बाजार में प्रचलित मूली की अच्छी उन्नत किस्मों की खेती करके, लागत और मुनाफे कम-ज्यादा किया जा सकता है |
टॉप 10 मूली की उन्नत किस्में –
नीचे दी गई सारी मूली की बीज वैराइटिया मानक और प्रमाणित है, जिनको लगातार किसान बुवाई कर अपनी आय में सुधार कर रहे है –
पूसा चेतकी –
ऑर्गेनिक क्वालिटी का यह बीज अपने उच्च उत्पादन के लिए जाना जाता है, यदि हम इसकी उत्पादन की बात करें तो, लगभग 250 कुंटल/हैक्टेयर के आस-पास रहती है | इसके सभी बीज एक समान जर्मिनेट/उगाव में होते है | इस मूली की जड़े अधिक सफेद और नरम होती है, पूसा चेतकी मूली की लंबाई 15 से 18 सेंटीमीटर तक होती है |
शुभ्रा 32 हाइब्रिड मूली –
शुभ्रा 32 मूली की हाइब्रिड किस्म का बीज है, इस बीज की बुवाई जुलाई से लेकर सितम्बर तक का समय उत्तम मानी गई है | इसकी उपज की लंबाई लगभग 1 फिट तक होती है, जो बाजार में अच्छा भाव दिलाने में मदद करती है |
सिजेंटा मूली बीज (Syngenta Radish) –
यह सिजेंटा ब्रांड का प्रमाणित बीज है, जो तेज़ी से बाजार में अपनी मांग बना रही है | यह एक हाइब्रिड गुणवत्ता का आकर्षक बीज है | सिजेंटा का आइवरी सफेद मूली बीज का फल चिकना और तेज सफेद होता है | मूली का औसत वजन 600-750 ग्राम और लंबाई में 10-12 इंच के होते है | फसल को पकने में 40-50 दिन का समय लगता है, जो लंबे समय तक मिट्टी में स्वाद के साथ टिकी रह सकती है |
अर्का निशांत –
इस वैराइटी की मूली की जड़े गुलाबी रंग की होती है | फसल पूर्ण परिपकत्व होने में 50 से 60 दिन का समय लगता है |
सनग्रो R-33 F1 हाइब्रिड मूली के बीज –
सनग्रो, ब्रांड का यह बीज अपनी उच्च गुणवता वाले बीज के रूप में जाना जाता है | इसको रबी और खरीफ के सीजन में लगाया जा सकता है | यह एक जल्दी पकने वाली और उत्कृष्ट दिखन वाली किस्म है | बुवाई के 30-35 दिनों में जल्दी पकने वाली संकर मूली किस्म है | इसके फलों/जड़ की लंबाई 28-30 सेमी, चिकनी/सफेद विशेषता की होती है |
पूसा रेशमी –
रबी सीजन की अगेती बुआई के लिए उत्तम मानी गई बीज किस्म है | इसकी जड़े स्वाद में तीखी और दिखने में आकर्षक सफेद होती है | पूसा रेशमी मूली बीज बुवाई से 50-60 दिनों बाद से कटाई के लिए पूरी तरह तैयार हो जाती है | पैदावार की बात करें तो 31 से 40 टन/हैक्टेयर उत्पादन ले सकते है |
पूसा हिमानी –
रबी सीजन की पछेती किस्म मानी गई है, इस किस्म की बुआई का समय दिसंबर से फरवरी का महिना उत्तम है | पूसा हिमानी को बुआई के 60-65 दिनों बाद कटाई/फसल ले सकते है | इस किस्म के बीज उत्पादन की बात करें तो, औसतन 160 क्विंटल प्रति एकड़ तक पैदावार ले सकते है |
जापानी सफेद मूली बीज-
इस किस्म की मूली का आकार बेलनाकार का होता है, इसकी लंबाई 15 से 20 सेंटीमीटर तक होती है| जापानी सफेद मूली बीज के बुआई का सही समय 15 अक्टूबर से 15 दिसंबर तक का होता है| फसल 50 दिनों में पककर तैयार हो जाती है, औसत पैदावार 100 से 130 कुंटल प्रति एकड़ तक ले सकते है |
ऊर्जा US-कैलाश-मूली F-1 हाइब्रिड बीज –
बाजार में अच्छे भावों में बिकने वाली, तीखी और सख्त स्वाद वाली किस्म है | इस किस्म की उपज एक समान आकार मजबूत बनावट में पकती है | मूली का यह एक सफेद रंग का हाइब्रिड बीज होता है, इसकी फसल 50 से 55 दिनों तक पककर तैयार हो जाती है | इसकी औसत लंबाई लगभग 35 से 40 सेंटीमीटर तक होती है |
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मूली की खेती में प्रमुख देखरेख और सावधानियाँ ?
- अच्छी और उन्नत फल लेने के लिए खेत की तैयारी अच्छी करनी है, जिसके लिए 3 से 4 बार गहरी जुताई करा लेनी है |
- पैदावार और फसल का स्वाद बढ़ाने के लिए खेत तैयारी के समय अधिक मात्रा में जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए |
- जुताई के बाद आपको खेत को समतल कर लेना है, जिससे सिंचाई पानी एक-समान लगाया जा सके |
- मूली की फसल से खरपतवार की समस्या को नियंत्रण करने के लिए, फसल काल में 2 से 3 बार निराई-गुड़ाई करनी चाहिए |
मूली की उन्नत किस्मों की विशेषताएं ?
- प्रमाणित और मानक बीज काफी उच्च सहनशील होते है, जो रोग, कीट, मौसम, तापमान बदलाव को सहन कर लेते है |
- देश के सभी प्रकार के क्षेत्रों के लिए भिन्न-भिन्न परिस्थति के लिए प्रमाणित बीज तैयार किये गए है |
- इन उन्नत बीजों से सालभर अगेती, पछेती बुवाई कर सकते है |
- बाजार में मांग के अनुसार बीज क्वालिटी वाली किस्मों की खेती कर पूर्ति की जा सकती है |
हाइब्रिड मूली का बीज कौन-कौनसे है ?
मूली की बुआई के लिए हमे अच्छी उन्नत किस्म का चुनाव करना चाहिए | उन्नत किस्म के बीज से बेहतर पैदावार मिलती है और इसके साथ अच्छा मुनाफा भी मिलता है –
मूली की कुछ उन्नत किस्म है जो काफी प्रचिलित है, जैसे की – जापानी सफेद, आई एच आर 1, पंजाब सफेद, पंजाब आगेती, पूसा रेशमी, अर्का निशांत, पूसा चेतकी, पूसा देशी आदि किस्म की मूली किसान भाई अधिक पसंद करते है |
मूली की खेती कौन से महीने में होती है?
मूली की खेती करने के लिए सही समय सितंबर से अक्टूबर है, परंतु कुछ बीज वैराइटियाँ ऐसी भी होती है, जो अलग-अलग समय या मौसम में होती है |
उदारण के लिए जैसे – पूसा हिमानी की बुआई दिसंबर से फरवरी तक होती है |
पूसा चेतक की बुआई मार्च से अगस्त के माह में होती है |
मूली के बीज कैसे मिलते हैं?
मूली के बीज आपको कृषि सेवा केंद्रों या नजदीकी कृषि बाजार में आसानी से मिल जाएंगे | यदि आपको यह बीज न मिले तो आप ऑनलाइन मध्यम से सभी प्रकार के बीज को ऑर्डर कर सकते है|
मूली का बीज कितने दिन में अंकुरित होता है?
मूली का बीज अंकुरित होने में 4 से 7 दिन का समय लगता है, अंकुरित होने का समय आपके बीज किस्म, मिट्टी, बुवाई के समय गहराई, आदि पर भी निर्भर करता है |
मूली का बीज रेट कितना होता है?
मूली बीज का रेट कंपनी, ब्रांड, और पैकिंग मात्रा के अनुसार अलग-अलग है, उन्नत बीज बुवाई हेतु – लगभग 200 ग्राम पैकिंग 250 से 400 रु के भावों में मिलता है |
मूली का बीज कौन सा अच्छा रहता है?
सबसे अच्छे बीजों की बात करें तो, प्राथमिकता के तौर पर अपने क्षेत्र के लिए प्रस्तावित किस्मों का ही चयन करें मूली का सबसे अच्छा बीज – जापानी सफेद, आई एच आर 1, पंजाब सफेद, पंजाब आगेती, पूसा रेशमी, अर्का निशांत, पूसा चेतकी, पूसा देशी आदि किस्म की मूली किसान भाई अधिक पसंद करते है |
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