Last Updated on February 16, 2024 by krishisahara
भिंडी की उन्नत खेती | भिंडी की खेती से कमाई | भिंडी की खेती कब करें | भिंडी का बीज कौन सा अच्छा होता है | भिंडी की अगेती खेती कैसे करें | हाइब्रिड भिंडी का बीज | हाइब्रिड भिंडी की खेती कैसे करें | भिंडी की खेती PDF | भिंडी में फल, फूल की दवा
हरी सब्जियों में भिंडी फसल काफी गुणकारी और सदेव अच्छे भावों में बाजार में डिमांड में रहती है| आज के समय कई प्रगतिशील किसान भाई भिंडी की उन्नत तरीको से खेती करके अच्छी आय का जरिया बना रहे है| किसान बाजार की मांग और चाल के अनुसार समय पर भिंडी को अच्छे तौर तरीको से फसल तैयार कर सकता है, जिसमे खेत की तैयारी, बीजों का चुनाव, देखरेख, किट-रोग सावधानियों को ध्यान में रखना होता है|
आइए आज हम सभी जानते है भिंडी की उन्नत खेती एवं भिंडी की खेती कब और कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी –
भिंडी का बीज कौन सा अच्छा होता है?
वैरायटी या किस्म का चयन करते समय ध्यान रखें अपने क्षेत्र में होने वाली या विकसित किस्म का ही चयन करें, दूसरी या अलग तरह की भिंडी की किस्म का चयन करने से पहले कृषि विशेषज्ञ से पहले सलाह लें|
देश में प्रमुख ज्यादा बुवाई वाली भिंडी की किस्में निम्न है –
- परभन क्रांति
- पूसा सावनी
- पंजाब-7
- वर्षा
- उपहार
- वैशाली
- पंजाब पद्मनी
- अर्का अनामिका
- लाल हाइब्रिड भिंडी बीज
- वर्षा
- विजय
- विशाल
- पूजा ए-4, अर्का भय और पंजाब-13 अगेती किस्मे मानी जाती है|
भिंडी का बीज कैसे लगाएं / बुआई की विधि / भिंडी लगाने का तरीका?
भिंडी की खेती देश में अलग-अलग प्रकार से की जाती है तथा किसान अपने क्षेत्र में प्रचलित तरीकों से भी भिंडी की खेती कर सकते है| देश में भिंडी बीज को चार तरीकों से बोया जाता है| इन चारों में से शुरुआत की 3 विधियों का 95% काम में ली जाती है –
- मल्चिंग विधि
- नाली सहायक विधि
- मेड़बंदी विधि
- पैरा विधि से बुआई
यह भी पढ़ें –
भिंडी की खेती कब करें?
भारत में मुख्य रूप से भिंडी की खेती मुख्यतः दो ऋतु में की जाती है –
ग्रीष्मकालीन ऋतु | वर्षा ऋतु में भिंडी की खेती |
सामान्य बुवाई का फरवरी-मार्च का माह होता है, अगेती खेती के लिए जनवरी के दूसरे सप्ताह से बुवाई शुरू हो जाती है| | जून-जुलाई का माह सबसे उत्तम माना जाता है| |
कई किसान बाजार में जल्दी फसल पहुँचाकर अच्छा मुनाफा कमाते है |
मिट्टी और जलवायु –
भिंडी एक प्रकार से गर्म जलवायु का पौधा है फसल की बुवाई कम तापमान के मौसम में की जाती है तथा इसके फल और पैदावार हल्की गर्म जलवायु में वृद्धि करता है|
कम से कम तापमान की बात करें तो 15 डिग्री सेल्सियस और औसत तापमान की बात करें तो 20 से लेकर 25 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान उचित माना जाता है| भिंडी की अगेती खेती करने वाले किसान ध्यान रखें ज्यादा कम तापमान में बीज की बुवाई ना करें अन्यथा अंकुरण में समस्या आ सकती है|
भिंडी की उन्नत खेती में सिंचाई?
सिंचाई की बात करें तो भिंडी की खेती में शीत ऋतु की फसल में 10 से 12 दिनों के बीच के अंतराल में सिंचाई करते रहें| ग्रीष्मकालीन भिंडी की फसल में सिंचाई 4 से 5 दिन के अंतराल में करना बहुत जरूरी है, जिससे उचित नमी और फसल में जल की पूर्ति होती रहे|
सिंचाई का विशेष ध्यान रखें पानी की कमी से फूल कम आएंगे और फलों की बढ़वार भी कम होगी जिससे उत्पादन घट सकता है|
भिंडी खेती में लागत?
भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में भिंडी की खेती करने का अलग-अलग विधियों का प्रयोग करते है| यदि किसान पौधे से पौधे की दूरी 1 फीट और कतार से कतार की दूरी 3 फीट पर रखे तो 500 ग्राम से लेकर 700 ग्राम तक लग जाता है और भिंडी की खेती में लागत तो लगभग 15 हजार से 20 हजार प्रति एकड़ का खर्च आता है|
भिंडी की खेती से कमाई?
भिंडी की खेती में मुनाफे की बात करें तो कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते है| यदि किसान भिंडी की अगेती खेती और पछेती खेती कर अच्छे दाम कमा सकते है और वैसे भारतीय बाजारों में भिंडी के औसत भाव भी अच्छे मिल जाते है|
यदि किसान भिंडी की अच्छी देखरेख के साथ उन्नत खेती करता है तो 4 महीने तक इससे लगातार उत्पादन ले सकता है| भिंडी के पौधे की आयु 100 से 140 दिन तक होती है, भिंडी का पौधा 40 से 45 दिन के बाद फल देना शुरू हो जाता है|
भिंडी की फसल कितने दिन की होती है?
यह एक प्रकार की सब्जी फसल है, जो बुवाई से लगभग 55 से 65 दिनों बाद पककर तैयार हो जाती है| अच्छी देखरेख जारी रखते है तो 30 दिन तक फल तुडाई कर सकते है|
1 एकड़ में भिंडी का कितना बीज लगता है?
उन्नत तरीको से भिंडी की खेती में 4.5 किलोग्राम से लेकर 5 किलोग्राम/एकड़ बीज तक लगता है|
अगेती भिंडी की खेती कब करें?
ग्रीष्मकालीन खेती के लिए किसान अगेती खेती के लिए जनवरी का मध्य समय से बुवाई कर सकता है| वर्षा ऋतू में भिंडी की अगेती बुवाई के लिए मई लास्ट और शुरूआती जून माह में कर सकता है, लेकीन इसके लिए 3-4 सिंचाई करना जरूरी हो जाता है|
यह भी जरूर पढ़ें…
- गर्मियों में पुदीना की खेती कैसे करें –
- जानिए सऊदी अरब में खेती कैसे होती है –
- नींबू की बागवानी खेती की सम्पूर्ण जानकारी –