Last Updated on March 4, 2024 by krishisahara
चीनी कैसे बनती है | शक्कर कैसे तैयार की जाती है | chini kaise banti hai | चीनी सफेद कैसे होती है | चीनी कौन चीज से बनता है | Sugar कैसे बनती है | sugar kaise banti hai
आज के समय चीनी का उत्पादन, व्यापार और उद्धोग, देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है | भारत में उतरप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, बिहार, राजस्थान जैसे आदि राज्यो में सरकारी और निजी क्षेत्र में कार्यरत अनेकों शुगर मिले है, जो चीनी का उत्पादक करती है| चीनी मुख्य रूप से गन्ना, चुकंदर से मिलों में रिफाइन/प्रोसेसिंग करके बनती है| गन्ना, चुकंदर के अलावा चीनी प्रकर्तिक रूप में फल, शहद में भी पाई जाती है |
आइए जानते है, देश में चीनी कैसे बनाई जाती है, गन्ना / चुकंदर से चीनी कैसे बनता है, प्रोसेसिंग और देश में शक्कर उत्पादन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी –
चीनी कैसे बनती है- शक्कर कैसे तैयार की जाती है ?
शक्कर बनाने के लिए ज्यादातर कच्चे माल के रूप में गन्ने का इस्तेमाल किया जाता है | मील क्षेत्रों के आस-पास गन्ने की काफी क्षेत्र में मिल कम्पनीया कांट्रेक्ट फ़ार्मिंग या किसान निजी फसल के माध्यम से गन्ने की खेती तैयार करते है| पक्की हुई गन्ने की फसल की कटाई कर ट्रैक्टर / ट्रकों भरकर शुगर मील में पहुंचाया जाता है |
- मील में आने के बाद इन गन्नो को कन्वेयर बेल्ट पर फैलाया जाता है | जिन पर पानी के तेज प्रेशर से गर्म पानी को डाला जाता है, जिससे सारी गंदगी वह कीटाणु निकल जाते हैं |
- इसके बाद गन्ने को मिलिंग मशीन में भेज दिया जाता है, लेकिन इसके पहले मशीनों से छोटे-छोटे भागों में काट दिया जाता है |
- इसके बाद इन गन्नो को वेक्यूम प्रेशर द्वारा सुखाया जाता है, फिर इन गन्नो को एक बड़े रोलर मशीन में भेज दिया जाता है, जो गुन्नो को पूरी तरह से कुचलकर उसका रस निकाल देती है | इसके बाद जो कचरा बच जाता है, उसे एक कन्वेयर बेल्ट की सहायता से बहार किया जाता है |
- चीनी सफेद कैसे होती है- इसके बाद इस रस में गर्म पानी को मिलाया जाता है| गन्ने से निकलने वाला रस हरे रंग का एसिड होता है, जिसे शुद्ध करने के लिए उसका रंग बदलने के लिए चुने का दूध जो खट्टे पान को दूर करता है और चुकंदर का रस कैल्शियम, कार्बोनेट, कैल्शियम सल्फाइड और अन्य चीजों को मिलाया जाता है |
- रसायन क्रियाओ से इस रस में उपस्थित अशुद्धि को हटाया जाता है| इस गन्ने के रस को ठंडा किया जाता है, फिर सीट मशीन में डाला जाता है, जो इसे पानी के साथ साफ करती है |
- इस पानी वाले सिरप को गर्म किया जाता है, जिससे सारा पानी वाष्प बनकर उड़ जाता है, जिससे रस गाढ़ा हो जाता है |
- 70% मिथाइलेड स्प्रिंड और 30% ग्लिसरीन को मिलाया जाता है, जिससे कि इसका रंग सफेद हो जाता है धीरे-धीरे क्रिस्टल का रूप लेने लगता है |
- इसी दौरान इस गाढे पेस्ट के एक दानेदार एसिड ट्रिन मशीन से निकाला जाता है, जो इससे चीनी का चौकोर आकार देता है, फिर इसे गर्म हवा से सुखाया जाता है। इसके बाद इसे पैकिंग कर के मार्केट में भेज दिया जाता है |
यह भी पढ़ें –
चीनी के प्रमुख दूसरे छोटे-मोटे उत्पाद ?
चीनी को उपयोग के आधार पर प्रमुख रूप से कई काम में लिया जाता है जैसे- घरेलू उपयोग, मिठाई, शराब, इथेनॉल, देशी खांड, गुड, मिश्री, आदि |
चीनी मिलों से निकलने वाले कचरा अपशिष्ट को भी कई प्रकार से काम में लिया जाता है| इथेनॉल को हाल ही में शर्करा वाली फसलों से प्राप्त किया जाता है, जो पेट्रोल जैसे ईधन में मिलकर काम में लिया जाता है |
चीनी उद्धोग से गन्ने का भाव ?
शक्कर निर्माण उद्धोग को गन्ना किसानों का सेठ माना जाता है| उतर प्रदेश में गन्ने के भावों की बात करें तो, वर्तमान में गन्ना किसानों को इस प्रकार गन्ने का भाव मिल रहा है –
- रिजेक्टेड वैरायटी के लिए 325 रुपये प्रति क्विंटल
- सामान्य प्रजाति के गन्ने के लिए 350 रुपये प्रति क्विंटल
- अगैती प्रजाति के लिए 380 रुपये प्रति क्विंटल
देश में चीनी उत्पादन ?
देश के बड़े जानकारों और अकड़ो की माने तो आने वाले कुछ समय में दुनिया मे भारत, ब्राजील को पीछे छोड़कर चीनी उत्पादन में आगे आ जाएगा | पिछले साल की तुलना में 31% ज्यादा उत्पादन हुआ है, जो 142.70 लाख टन है | भारत में शक्कर की कुल खपत लगभग हर साल 140 से 155 लाख टन होती है और उत्पादन 180 लाख टन के आस-पास होता है |
हर साल कुल चीनी उत्पादन का कुछ हिस्सा विदेशों में निर्यात किया जाता है |
देश में चीनी उत्पादन कहां-कहां होता है ?
2020-21 के आकड़ों के अनुसार- सर्वोधिक चीनी उत्पादन उतरप्रदेश (57.80 लाख टन), महाराष्ट्र 37.35 लाख टन, कर्नाटक 28.90 लाख टन के बाद, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगान, बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पंजाब-हरियाणा, मध्य प्रदेश, उड़ीसा में भी चीनी का उत्पादन किया है |
चीनी का भाव/चीनी का बाजार भाव 2024 ?
देश की चीनी कंपनियों की सुधरती हालत के साथ इन दिनों शक्कर के भावों में चमक देखने को मिल रही है| थोक मंडीयों में चीनी शक्कर 3350 से 3600, शक्कर मोटा दाना 3450 से 3800 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है |
चीनी कैसे साफ होती है?
गन्ने का रस का घोल शुरुआत में पीला या मटमैला होता है, बिलकुल सफेद साफ़ शक्कर में बदलने के लिए पुराने समय में पशु हड्डियों के कोयले से किया जाता था | लेकिन आज के समय ऐसा बिलकुल बंद हो गया है| वर्तमान में सभी चीनी मीले सल्फर डाई ऑक्साइड गैस से शक्कर को पारदर्शी बनाने के काम में लिया जाता है|
शक्कर कैसे तैयार की जाती है?
किसी भी प्रकार की शर्करा युक्त फसल से बनती है, जिसमे गन्ना, चुकंदर से सबसे ज्यादा उत्पादन लिया जाता है| ऊपर दी गई प्रक्रिया के माध्यम से देश में शक्कर का निर्माण होता है |
शक्कर/चीनी की ताजा खबर?
पिछले दिनों से सरकार और भारतीय शेयर बाजार में चीनी मिलों की चांदी बनी हुई है| चीनी उद्धोग/व्यापार में उत्पाद और भाव में तेजी है, जिसका अनुमान पिछले 1 साल से लगा सकते है | अधिक जानकारी के लिए इन दिनों शक्कर बाजार की ताजा समाचार के लिए देखें – शक्कर बाजार 2024
यह भी जरूर पढ़ें…