Last Updated on February 18, 2024 by krishisahara
बोरान जैविक खाद काफी प्रचिलिति खाद है, इसका उपयोग ज्यादातर उच्च पीएच मिट्टी वाले क्षेत्रों में किया जाता है | बोरोन की कमी आमतौर पर उच्च पीएच वाली मिट्टी में पाई जाती है| पौधे की कोशिका भित्ति बनाने के लिए बोरॉन की जरूरत होती है, परंतु जब बोरोन प्रयाप्त मात्रा में नही होता है तो इससे पौधे का विकास पूरी तरह से रुक जाता है | इस समस्या को दूर करने हेतु किसान भाई इस बोरान जैविक खाद का उपयोग अपने खेत में करते है |
इस लेख में आपको बोरान जैविक खाद को लेकर सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी, जैसे की बोरान जैविक खाद क्या है? बोरान की कमी के लक्षण? बोरान खाद फसलों में क्या काम करता है? बोरान का उपयोग, जैविक बोरॉन खाद कैसे बनाएं? फसलों में बोरान का उपयोग –
बोरान जैविक खाद क्या है ?
पौधे में लिए अनेक प्रकार के पोषण तत्वों की जरूरत होती है, जिसमें से बोरोन एक प्रमुख पोषण तत्व है | बोरोन पौधे की कोशिकाओं में घुलनशील रूप में होता है और उसकी झिल्ली को मजबूत बनाता है| फसल का विकास करने के लिए, फलों की संख्या और फलों के आकार बढ़ाने के लिए बोरान जैविक खाद का उपयोग किया जाता है |
बोरान जैविक खाद का उपयोग करने पर बोरान तत्व पौधे की जड़ों द्वारा जल और खनिजों लावणो को जाइलम कोशिका के द्वारा पौधे के सभी अंगो में पहुंचता है |
बोरान का रासायनिक सूत्र और मौजूद पोषक तत्व ?
बोरोन हाइड्रोजन के साथ वाष्पशील हाइड्राइड बनाता है, इसी को रासायनिक भाषा में बोरोन कहते है| बोरान का रासायनिक सूत्र BnHn+4 या BnHn+6 होता है | बोरान जैविक खाद में कई पोषक तत्व पाए जाते है, जैसे की कैल्शियम, पोटेशियम और आयरन आदि पोषक तत्व पाए जाते है |
बोरान कब और कौन-कौनसी फसलों में डालना चाहिए?
जब समय के अनुसार पौधे का विकास नही हो पा रहा है, तो आपको बोरान जैविक खाद का उपयोग करना चाहिए | बोरान जैविक खाद का उपयोग आप ड्रिप सिंचाई और स्प्रे के माध्यम से भी कर सकते है| बोरोन का उपयोग आप निम्न फसलों में कर सकते है –
अंगूर |
गन्ना |
मिर्च |
कपास |
चावल |
चाय |
गेहूं |
मक्का |
मटर |
मूंगफली |
टमाटर |
लहसुन |
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फसलों में बोरान का उपयोग कैसे करें?
फसलों में बोरान का उपयोग आप सिंचाई पानी, ड्रिप के माध्यम से या फिर खेत में बुआई पूर्व मिट्टी में मिलाकर इसका उपयोग कर सकते है | फसलों में बोरान का उपयोग करने से पहले आपको अपने खेत की मिट्टी की जांच करवा लेनी है, फिर आपको बोरान का उपयोग कर लेना है| ध्यान रखे बोरान की मात्रा अधिक नही होनी चाहिए, यह पौधे के लिए ज्यादा होना हानिकारक है| बोरोन तत्व फसलों में 2 से 4 पीपीएम टाटा दलहन की फसलों में 26-26 पीपीएम की आवश्यकता होती है, आपको आवश्यकता अनुसार ही इसका उपयोग करना है |
बोरान खाद फसलों में क्या काम करता है ?
- बोरान खाद फसलों की जड़ों को मजबूत करता है |
- पौधे की जड़ों से जल और खनिजों लावणो को जाइलम कोशिका के द्वारा पौधे के सभी अंगो में पहुंचता है |
- फूलगोभी की फसल में फूल को खोखला और भूरा रोग नामक बीमारी होने से बचाता है |
- दलहनी फसलों में फलियों में अधिक दानों भरने का काम करती है, इससे पैदावार में बढ़ोतरी होती है |
- यदि आप इसका उपयोग टामटर की खेती में करते है, तो ये टमाटर में फल फटने को रोकता है और पौधे की लंबाई बढ़ने में मदद करता है |
बोरान की कमी से कौन सा रोग होता है?
बोरान की कमी से पौधे में कई रोग ओर पौधे का विकास रुक जाता है, जैसे की – कोशिका मृत्यु, पौधे का विकास रुक जाना, कोशिका भित्ति, ऑक्सीडेटिव क्षति, पेक्टिक पुलिसेकेराईड आदि रोग हो सकते है |
बोरॉन 20 क्या है, उपयोग कैसे करें?
बोरॉन 20% फसल की उत्पादन, पोष्टिक मूल्य, गुणवक्ता और प्रतिरोग क्षमता आदि को बढ़ाता है | बोरॉन 20% का उपयोग आप ड्रिप सिंचाई और स्प्रे के माध्यम से भी कर सकते है |
जैविक बोरॉन खाद कैसे बनाएं ?
- जैविक बोरॉन खाद बनाने के लिए आपको सबसे पहले 10 किलोग्राम गाय का गोबर लेना है |
- सुहागा बोरोन खाद का मुख्य स्रोत है |
- फिर 200 ग्राम सुहागा लेना है, सुहागा को आप पाउडर के रूप में पीस ले और बारीक कर ले |
- इसके बाद आपको गाय का गोबर और सुहागा को अच्छे से मिक्स कर लेना है |
- फिर इसको एक बर्तन में अच्छे से ढक दे |
- 45 दिनों के बाद यह खाद तैयार हो जाएगा |
लहसुन में बोरान कब डालना चाहिए?
लहसुन के बुआई के 35 से 40 दिनों के बाद आपको एक बार जरूर बोरोन डालनी चाहिए | मिट्टी की जाँच कराए यदि मिट्टी में बोरॉन की अधिक कमी है तो आपको 2 से 3 बाद सिंचाई या स्प्रे का छिड़काव करना चाहिए |
बोरान खाद price क्या है ?
बोरान खाद की कीमत 180 रुपए से 250 रुपए प्रति किलों के आस-पास है| यह आपको ऑनलाइन आसानी से मिल जाएगा |
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