Last Updated on February 17, 2024 by krishisahara
देश के किसान कश्मीरी एप्पल बेर की खेती से कमा रहे है, सामान्य खेती से कई गुना लाभ | बाजार में इस बेर की बढती मांग एवं भाव ने खेती को दिया बढ़ावा | कश्मीरी एप्पल बेर के फलों को ताजगी और उत्कृष्ट रसदार गुणों के लिए पहचाना जाता है| रेड एप्पल बेर की मिठास और स्वाद लोगों को आकर्षित करता है| आइये जानते है, कश्मीरी एप्पल बेर की खेती कैसे करें, बागवानी खेती को लेकर सम्पूर्ण जानकारी के बारें में –
कश्मीरी एप्पल बेर की जानकारी?
कश्मीरी एप्पल बेर एक प्रकार का लाल अपूर्ण फल है, जो कश्मीर घाटी के क्षेत्र में पाया जाता है | देश के उष्णकटिबंधीय और अर्ध-शुष्क और उप-आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में इसकी ग्राफ्टिंग पौध काफी चर्चा में बना हुआ है | कश्मीरी एप्पल बेर फल विभिन्न पोषक तत्वों, विटामिन्स, और एंटी ऑक्सीडेंट्स का भंडार है|
कश्मीरी एप्पल बेर की खेती कैसे करें?
कम सिंचाई पानी और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में इसकी खेती करना बहुत ही आसान है | किसान भाई को मुख्यतः उपयुक्त मिट्टी का चयन, अच्छी पौध का चयन, खेत की तैयारी, पौधे लगाने का समय, रोपण दूरी, जैविक और कीटनाशकों का प्रबन्धन, बाजार मूल्य आदि को ध्यान में रखकर खेती करना चाहिए |
कश्मीरी एप्पल बेर का पौधा कहां मिलेगा?
कश्मीरी एप्पल बेर के पौधे को सरकारी एवं निजी प्रमाणित संस्थानों की पौधशालाओं से खरीद सकते हैं| कई नर्सरीयों और बागवानी के केंद्रों में भी कश्मीरी एप्पल बेर के पौधे उपलब्ध होते है| तकनीकी जानकारी एवं प्रशिक्षण लेकर घर पर भी देसी बेर के बीजों से तैयार पौधे पर ग्राफ्टिंग विधि से कश्मीरी एप्पल बेर का पौधा तैयार कर सकते है |
कश्मीरी एप्पल बेर के लिए उपयुक्त मौसम और मिट्टी है?
कश्मीरी एप्पल बेर के लिए उपयुक्त मौसम की बात करें तो, उष्णकटिबंधीय और अर्ध-शुष्क और उप-आर्द्र जलवायु वाले क्षेत्रों में अच्छा फलता-फूलता है | बहुत ठंडे या सर्दी का मौसम इसके पौधा को नुकसान पहुंचा सकता है |
कश्मीरी एप्पल बेर को उगाने के लिए आवश्यक मिट्टी में – लाल दोमट, हल्की लाल-काली, बलुई, क्षारीय और लवणीय मिट्टी 5 से 9 pH मान वाली जीवाश्म युक्त मिटटी अच्छी मानी गई है |
कश्मीरी एप्पल बेर का पौधा कैसे लगाये ?
बागवानी तौर पर बेर का पौधा लगाने के लिए किसान भाई को निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए |
- दिन में 4 से 5 घंटे धूप लगने वाला स्थान का चयन चाहिए, जिससे अनुकूल वायुमंडल और पोषण मिल सके |
- पौधे लगाने से 1 माह पहले खेत की अच्छी जुताई, एवं खाद-उर्वरक देकर तैयार करना चाहिए |
- पौधे लगाने के 20 दिन पहले लिए 2×2 फिट गहराई एवं चोड़ाई में गड्डे खोदना चाहिए |
- तैयार गड्डो में पोषक तत्वों से युक्त खाद भरकर पौधे लगाने चाहिए, खाद-उर्वरक में प्रति गड्डा 2 से 5 किलोग्राम जिप्सम, 1 किलों एसएसपी खाद, कीटनाशक दवा, 5 से 10 किलों कम्पोस्ट या गोबर खाद देना चाहिए |
- पौधे की रोपण में पौधे की जड़ों के अनुसार गड्डे से मिटटी निकालकर पौधा लगाकर तुरंत सिंचाई कर देना चाहिए|
कश्मीरी बेर की बागवानी सिंचाई कैसें करें ?
इस पौधे को अधिक सिंचाई की आवश्यकता नही होती है | बागवानी खेती में नियमित अन्तराल पर सिंचाई देना उत्पादन में अच्छी मानी जाती है | सिंचाई के लिए छोटे पौधो को शुरूआती समय में सप्ताह में 3 सिंचाई और दो वर्ष से अधिक आयु के पौधो को सप्ताह में एक सिंचाई काफी रहती है |
किसान भाइयो आज के समय सिंचाई की ड्रिप सिंचाई पद्धति इसकी उपज पैदावार को दोगुना करने में बहुत ही योगदान दे रही है |
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कश्मीरी एप्पल बेर की खेती में कौन-कौन से खाद और उर्वरक ?
खेत तैयारी से लेकर सालाना पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए खाद-उर्वरक देना बहुत जरुरी है | कश्मीरी एप्पल बेर की खेती में साल में दो बार अप्रेल-मई एवं अक्तूबर के माह में खाद -उर्वरकों देना चाहिए | किसान भाई मिट्टी की जाँच कराते रहना है, आवश्यकता के अनुसार खाद की मात्रा एवं प्रकार डालना चाहिए |
- जीवामृत उर्वरक पौधों के पोषण के लिए उपयुक्त होता है और मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाता है|
- नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटाश (NPK खाद): NPK खाद पौधों के विकास के लिए महत्वपूर्ण होती है|
- वर्मीकॉम्पोस्ट एक प्रकार का कॉम्पोस्ट होता है जिसमें कीटकोषिका उपयोगी मिट्टी में परिवर्तित होती है|
Kashmiri Apple Ber Benefits / लाभ ?
कश्मीरी एप्पल बेर से कई स्वास्थ्य और पोषण संबंधित लाभ प्रदान करता है|
- कश्मीरी एप्पल बेर में विटामिन, मिनरल्स, फाइबर, एंटिऑक्सीडेंट्स और फ्लावोनॉयड्स मौजूद होते है| इनका सेवन शरीर को पोषण प्रदान करता है और स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है|
- यह बेर पाचन को सुधारने में मदद करता है और पेट की समस्याओं जैसे कि कब्ज, अपच और अम्लीयता को कम करता है|
- बेर में मौजूद फाइबर और विटामिन संयंत्रों के कारण यह मधुमेह के नियंत्रण में मदद करता है|
- इसमें मौजूद एंटिऑक्सीडेंट्स त्वचा को युवा और स्वस्थ रखने में मदद करते है और उम्र बढ़ने के कारण होने वाली रेखाओं को कम करते है |
- बेर में पाए जाने वाले विटामिन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है |
कश्मीर लाल बेर क्यों प्रसिद्ध है?
कश्मीरी लाल बेर की सबसे खास पहचान आकर्षक और विशेष गहरे लाल दिखाई देता है |
- स्वाद और मिठास में बेहतर, इसका फल गुठली और मालाई जैसा लचीला होता है, जिससे उसका स्वाद बहुत अच्छा होता है|
- इस बेर में पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है| यह फल विटामिन, मिनरल्स, फाइबर और एंटिऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते है|
- किसान भाइयों के लिए बाजार में अन्य बेर किस्मों की तुलना में अच्छे भाव देखने को मिलते है |
- इस वैरायटी का फल सीजन के अंतिम दिनों में आना शुरू होता है, जो बाजार में मांग में रहता है |
कश्मीरी एप्पल बेर की खेती प्रति बीघा कमाई?
– कश्मीरी एप्पल बेर की खेती की प्रति बीघा कमाई विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि उपजाऊ क्षेत्र, उत्पादन क्षमता, बागवानी तकनीक, बाजार की मांग आदि|
– उच्च उत्पादन क्षमता और उत्पादकता वाले क्षेत्रों में, एप्पल बेर की खेती से 1 से 2 लाख प्रति बीघा मुनाफा सकता है| अधिकांश स्थति में, यह मार्केट मूल्य, उत्पाद की गुणवत्ता, बागवानी प्रबंधन, पेड़ों की संख्या, पौधों की प्रकृति आदि पर निर्भर करेगी|
Kashmiri Ber Apple Plant Nursery?
आज के समय किसान भाई कई तरीकों से कश्मीरी एप्पल बेर की नर्सरी से पौधे प्राप्त कर सकते है, जैसें – सरकारी एवं निजी प्रमाणित संस्थानों की पौधशालाओं से खरीद सकते है| कई नर्सरीयों और बागवानी के केंद्रों में भी कश्मीरी एप्पल बेर के पौधे उपलब्ध होते है| – ऑनलाइन कश्मीरी एप्पल बेर प्लांट नर्सरी
Kashmiri Red Apple Ber Ki Kheti कहाँ होती है?
देश में कश्मीरी एप्पल बेर की खेती मुख्यतः उत्तरप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमबंगाल जैसें क्षेत्रों में व्यवसायिक स्तर पर की जाती है |
Kashmiri Apple Ber Price Per Kg?
सामान्यतः बाजार में एप्पल बैर का भाव 40 से 80 रूपये/kg रहता है | किसानों को मंडियों में इस वैरायटी का 25 से 40 रूपये प्रति किलोग्राम तक के भाव मिल जाते है |
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