Last Updated on February 19, 2024 by krishisahara
मक्का की खेती PDF | मक्का की नई किस्म 2024 | मक्के की खेती कब और कैसे करें | मक्का में खाद की मात्रा | मक्का की बीज दर | मक्का की अच्छी पैदावार के लिए क्या करें | मक्का बोने की विधि | हाइब्रिड मक्का की खेती | maize in hindi –
मक्का की खेती खरीफ की फसलों में एक अच्छे मुनाफ़ों वाली फसलों में माना जाता है| देश में अनुकूल जलवायु वाले क्षेत्रों में मक्के की कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग, भूमि लीज पर लेकर प्रगतिशील किसान और व्यापारी अच्छा लाभ कमा रहे है| मुख्य रूप से मक्का को खरीफ की फसल माना जाता है, लेकिन बहुत क्षेत्रों में इसको रबी के सीजन में भी उगाया जाता है|
मक्के में कार्बोहाइड्रेट 70, प्रोटीन 10 और तेल 4 प्रतिशत पाया जाता है| मक्का की फसल 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है, बाजार में सर्दी और बारिश के मौषम में तेजी से मांग रहती है|
मक्का की खेती कैसे करें?
मक्के की खेती से अच्छी कमाई और अच्छा उत्पादन लेने के लिए किसान भाई को बीज का चयन से लेकर खेत की तैयारी, खाद बीज उर्वरक की जरूरत, सिंचाई, रोग-कीट प्रबंधन आदि के प्रति सचेत और पूर्ण जानकारी रखकर खेती करें तो बिल्कुल लाभ होगा|
मक्का की वैरायटी / मक्का की उन्नत किस्में?
खेती से लाभ की दृष्टि से देखें तो मक्के का बीच का चयन करना बहुत ही आवश्यक है| भारतीय बाजारों में मक्के की बहुत सारी हाइब्रिड मक्का बीज प्रजातियां मिल जाती है, जो अच्छा मुनाफा, आय को बढ़ा सकती है| सामान्य प्रचलित देसी मक्का बीज और हाइब्रिड मक्का बीज के प्रजातियों बारे में –
शीघ्र पकने वाली किस्में (85 दिन से कम) | मध्यम अवधि में पकने वाली किस्में (95 दिन से कम) | देर की अवधि में पकने वाली (95 दिन से अधिक) |
जवाहर मक्का-12 अमर आजाद कमल विकास मक्का-421 हिम-129 हैब्रिड मक्का-2 आदि मुख्य हाइब्रिड मक्का बीज है, सबसे जल्दी तैयार होने वाली फसल कौन सी है| | जवाहर मक्का-216 एचएम-10 JK-502 प्रपात-5 पी-3441 एनके-21 JK- 8008 पायनियर मक्का बीज केएमएच-3426 आदि मुख्य हाइब्रिड मक्का बीज है| | गंगा-11 एचएम-11 सरताज प्रो-311 बायो-9681 आदि मुख्य हाइब्रिड मक्का बीज है| |
विशिष्ट मक्का की किस्में –
मक्के की ये किस्में बाजार की मांग और आवश्यकता के अनुसार अलग-अलग जरूरत के हिसाब से उगाई जाती है जो निम्न है –
विशिष्ट मक्का की किस्में | किस्मों के नाम |
स्वीट कॉर्न | माधुरी प्रिया विन ऑरेंज एस सी एच-1 आदि| |
उच्च प्रोटीन मक्का | एच क्यू पी एम-1,5 व 7 शक्तिमान 1,2,3 व 4 विवेक क्यू पी एच-9 आदि| |
पॉपकॉर्न | अम्बर पॉप वी एल अम्बर पॉप प्रल पॉप आदि| |
पशु चारा किस्में | जे-1006 प्रपात अफ्रीकन टाल इत्यादि| |
बेबीकॉर्न | वी एल-78 पी एच एम-2पी ई एच एम-5 एल बेबी कार्न-1 आदि| |
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मक्का की खेती का समय?
मक्का कौन से महीने में बोई जाती है- किसान भाइयों मुख्य तौर से खरीफ के सीजन और रबी के सीजन में 2 सीजन में आप इसको आसानी से लगा सकते है|
मक्का कौन सी फसल है – कृषि विभाग की और से यह खरीफ के मौसम की फसल है, लेकिन सिंचाई साधनों की उपलब्धता के अनुसार यह रबी के मौसम में भी की जाती है|
बुवाई का समय?
1. मुख्य फसल (खरीफ) के लिए बुवाई मई-जून में होती है|
2. सर्दी में मक्का की बुआई अक्टूबर अंत से नवम्बर तक कर सकते है|
3. बसन्त ऋतु में मक्का की बुआई हेतु सही समय जनवरी के तीसरे सप्ताह में मध्य फरवरी तक है|
आवश्यक जलवायु और भूमि?
मक्का की खेती विभिन्न प्रकार की जलवायु में की जा सकती है, परंतु उष्ण क्षेत्रों में मक्का की वृद्धि, विकास एवं उपज अधिक पाई जाती है| यह गर्म ऋतु की फसल है, जिसके जमाव के लिए रात और दिन का तापमान ज्यादा होना चाहिए|
मक्के की फसल के लिए कितने तापमान की आवश्यकता होती है- बुआई के समय 18 से 23 डिग्री सेल्सियस तापमान एवं वृद्धि व विकास अवस्था में 28 डिग्री सेल्सियस तापमान उत्तम माना गया है| मक्का की खेती के लिए 5.5 से लेकर 7 pH मान वाली भूमि इसके लिए उपयुक्त मानी जाती है|
मक्का की खेती सभी प्रकार की भूमि/मृदा में की जा सकती है| परंतु मक्का की अच्छी बढ़वार और उत्पादकता के लिए दोमट एवं मध्यम से भारी मिट्टी, जिसमें पर्याप्त मात्रा में जीवांश और उचित जल निकास का प्रबन्ध हो, उपयुक्त रहती है|
मक्के के खेत की तैयारी?
- पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से अवश्य करें|
- उसके बाद 2 से 3 जुताई हेरो या देसी हल से करे, मिट्टी के ढेले तोड़ने एवं खेत सीधा करने हेतु हर जुताई के बाद पाटा या सुहागा लगाए|
- मक्के की फसल की शुरुआत के दिनों से भूमि में पर्याप्त नमी की आवश्यकता होती है|
- यदि मिट्टी में नमी कम हो तो पलेवा के जुताई करनी चाहिए |
- सिंचित अवस्था में 60 सेंटीमीटर की दूरी पर मेडे बनानी चाहिए जिससे जल निकासी में आसानी रहती है और फसल भी अच्छी बढ़ती है|
मक्का की बीज दर?
मक्का का बीज कैसे तैयार करें- मक्का के बीज शीघ्रता से अपनी अंकुरण होने क्षमता खो देते है, इसलिए बुआई से पूर्व बीज का अंकुरण प्रतिशत जांच करें| बुआई हेतु 4 से 8 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज की आवश्यकता होती है- वैराइटियों के अनुसार |
मक्का में कौन सा खाद डालना चाहिए?
इस खेती में जैविक खाद का अधिक से अधिक प्रयोग करना उत्तम रहता है लेकिन भूमि कम उपजाऊ है तो रासायनिक खाद का प्रयोग कर सकते है| जल्दी पकने वाली प्रजातियों को प्रति हेक्टेयर 60-80 kg नत्रजन, 60 kg फास्फोरस तथा 40 kg पोटाश की आवश्यकता होती है| मध्यम व देर पर पकने वाली वैराइटियों में 100-120 kg नत्रजन की आवश्यकता होती है|
मक्के की खेती में सिंचाई कैसे करें और कब करें?
इस फसल में नमी का बना रहना बहुत महत्वपूर्ण है, जिसके लिए समय-समय पर सिंचाई या बारिश के अनुसार नमी बनाए रखे|
मक्के के फ़सल को अपने पूरे फ़सल अवधि में 40 सेन्टीमीटर से 60 सेन्टीमीटर पानी की आवश्यकता होती है| पानी देने का सबसे जरूरी समय पुष्पों के आने और दानों के भरने का समय होता है|
मक्का की खेती करते समय प्रमुख सावधानियां?
- किसान भाई अगर इस खेती को पर्यटक स्थलों या कच्चे भुट्टे के लिए करते है तो सिंचाई का विशेष ध्यान रखें सिंचाई समय पर होना आवश्यक है|
- मक्के के खेत में अनावश्यक खरपतवार को ना होने दें|
- मक्के की बुवाई करते समय बीजों को पहले उपचारित कर लेना चाहिए|
- खेती में भूमि इस प्रकार से चयन करें कि ज्यादा पानी का भराव ना हो, बारिश के समय खेत में पानी का ज्यादा ठहराना नही होना चाहिए|
- खेती करने से पहले मिट्टी की जांच करवा लेनी चाहिए क्योंकि मक्के की खेती में जिंक और सल्फर की ज्यादा जरूरत होती है|
- किसान मक्के का भुट्टा बाजार में कच्चा बेचना चाहता है, तो इसकी तुड़ाई 70 से 75 दिन के बाद शुरु कर देनी चाहिए|
- ज्यादा देर तक मक्का पकने पर इसके स्वाद में परिवर्तन आ जाता है और मिठास में कमी आ जाती है|
- इस खेती से अच्छा मुनाफा और लाभ कमाने के लिए पहले किसान को खेत की तैयारी और उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए|
मक्का की खेती से कमाई?
कमाई की बात करें तो यह निर्भर करती है कि मक्का आपने किस समय में या किस जगह/क्षेत्र, किस उद्देश्य से लगाया है| अच्छे लाभ के लिए यह अधिकतर पर्यटक स्थलों और शहरों के आस-पास में लगाई जाती है, क्योंकि पर्यटक और शहरों खाने के लिए प्रयोग करते है जिससे किसान को इसके दो से तीन गुणा भाव मिल जाते है और तेजी से इसकी मांग भी रहती है|
माना की किसान ने 1 एकड़ में 4 किलो बीज लगाया है और यदि फसल बहुत ही बेहतरीन और किसान ने अच्छे देखरेख और ध्यान दिया है तो 8 से 10 टन स्वीट कॉर्न आसानी से उत्पादन मिल जाता है|
यदि बाजार में 8 से ₹10 का भाव चलता है तो 10 टन का माल एक लाख के आस-पास हो जाता है यानी 80 से 90 दिन में 1 लाख की कमाई कर सकते है| इसमें खर्चे की बात करें तो 25-30 हजार तक का खर्चा आता है|
मक्का की फसल कितने दिन में तैयार हो जाती है?
मक्का की फसल 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है, बाजार में सर्दी और बारिश के मौषम में तेजी से मांग रहती है|
मक्का कौन से महीने में बोई जाती है?
1. मुख्य फसल (खरीफ) के लिए बुवाई मई-जून में होती है|
2. सर्दी में मक्का की बुआई अक्टूबर अंत से नवम्बर तक कर सकते है|
3. बसन्त ऋतु में मक्का की बुआई हेतु सही समय जनवरी के तीसरे सप्ताह में मध्य फरवरी तक है|
हाइब्रिड मक्का की खेती कैसे करें?
भारतीय बाजारों में मक्के की बहुत सारी हाइब्रिड मक्का बीज प्रजातियां मिल जाती है, जो अच्छा मुनाफा, आय को बढ़ा सकती है| सामान्य प्रचलित देसी मक्का बीज और हाइब्रिड मक्का बीज के प्रजातियों बारे में –
मक्का में कौन सा खाद डालें?
इस खेती में जैविक खाद का अधिक से अधिक प्रयोग करना उत्तम रहता है लेकिन भूमि कम उपजाऊ है तो रासायनिक खाद का प्रयोग कर सकते है|
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