Last Updated on February 9, 2024 by krishisahara
कमल का फूल कहां खिलता है |कमल का पौधा कैसे लगाये | बीज कहां मिलता है | पौधे की देखभाल | कमल का फूल | कमल को उगाने का आसान तरीका
पुराने समय से लेकर आज तक कमल की खूबसूरती को कौन नहीं जनता, ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का आसन के साथ भारत सरकार के द्वारा इसके फूल को राष्ट्रीए पुष्प का दर्जा मिला हुआ है | एशियाई देशों में ज्यादातर सफेद, गुलाबी, पीला, नीले, लाल जैसे के साथ दूसरे रंगों मे भी दुर्लभ रूप में उगाया और खेती की जाती है | कमल का रंग हमेशा गुलाबी इसका पौधा धीमे बहने वाले या रुके हुए पानी में फलता-फूलता है |
कमल का पौधा कैसा होता है विशेषताए ?
दलदली-कीचड़ और बड़े नाले तलाबों, नहरों आदि में ज्यादा विकशीत होता है | कमल के पौधे की जड़े पानी की सतह के नीचे और फूल-पत्तिया ऊपरी और अपनी खूबसूरती बनाती है | कमल का English नाम – लोटस (Lotus)
कमल का पौधा कैसे लगाये ?
कमल के पौधे के लिए पहले बाजार से स्वस्थ या घर से तैयार काले सूखे कमल के बीजों का चयन करते है | दलदल क्षेत्र में केवल बीजों को और पानी में चिकनी काली मिट्टी के साथ कमल बीज डालकर गोलियां पानी, तालाब, नहर, दलदली-कीचड़ में डाल दी जाती है | कमल का बीज लगाने के 10 से 15 दिन बाद बीज पूर्ण रूप से अंकुरित होकर पत्ता ऊपर की ओर निकलें लगते है |
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कमल का फूल कहां खिलता है ?
कमल का फूल पानी में ही खिलता है, क्योंकि इसकी जड़ों को कम ऑक्सीजन की जरूरत होती है | लेकिन कमल फूल की श्रेणी में बहुत सारे फूल को जोड़ा गया है, जिनमें ब्रह्म कमल, लक्ष्मी कमल जैसे आदि फूल बिना पानी के सीधे मिट्टी में भी उगते है | ब्रह्म कमल जुलाई से सितंबर में केवल रात के समय खिलता है, जो मुख्य रूप से यह केदारनाथ, रूपकुंड, हेमकुंड, फूल-घाटी क्षेत्र, ब्रजगंगा में खूब पाया जाता है |
कमल का पौधा कितने प्रकार का होता है ?
मुख्य रूप से कमल सफेद, गुलाबी, लाल, पीला रंगों में होता है, लेकिन कई रंगों में भी होता है, जो दुर्लभ रूप से पाया जाता है | दलदली क्षेत्रों में कमल के समान दूसरे फुल भी कई होते है, जिनको भी कमल की प्रजातियों के हिसाब से कमल की श्रेणी में माना जाता है, जैसे – कुमुदनी (Nymphaea alba Linn) और उत्पल (नीलकमल), ब्रह्म कमल, लक्ष्मी कमल आदि |
कमल का बीज और पौधा कहां मिलता है ?
कमल बीज के लिए ऑनलाइन या नजदीकी नर्सरी, उद्धान केंद्र से खरीद सकते है | Lotas पौधा के लिए बीज लगाकर या नर्सरी से प्राप्त कर सकते है |
कमल के पौधा और फूल का उपयोग कहाँ होता है ?
आज के समय कमल के पौधे को इसकी सुंदरता और औषधीय गुणों के कारण जाना और माना जाता है | त्यौहारिक सीजन के आलावा शुभ-मांगलिक कार्यों में पूजा और शृंगार हेतु आचही मांग रहती है | इसके पौधे के काम/उपयोग में आने वाले भाग –
- पंचांग
- फूल जड़
- फूल का केसर
- बीज
- फल
यह पौधा और फूल दुर्लभ/ काफी महंगे होने के कारण केवल त्योहारिक सीजन के समय ही चलते है| देश भर में कमल की खेती, औषधियों व दवाईयों के बनाने के लिए खूब जाती है |
कमल का पौधा price और फूल का रेट?
1. इसके पौधों की कीमत की बात करें तो 500 से 800 रुपये कमल का पौधा मिलता है |
2. दीपावली के समय नर्सरी कारोबार में लक्ष्मी कमल / ब्रह्म कमल की पौध 800-1000 रुपये प्रति के हिसाब से बेचा जाता है |
3. कमल का फूल टुकड़ो में ले तो 10 रुपए टुकडा पर और ताजा फूल ले तो 100 रुपए प्रति दर से बिकता है|
kamal ke podhe की 5 रोचक बाते?
1 – भारत सरकार द्वारा कमल को भारत के राष्ट्रीय फूल के रूप में माना गया है|
2 – असली कमल के फूल केवल दो रंगों में माना जाता हैं- सफेद (माँ सरस्वती आसन) और गुलाबी |
3 – कमल तालाबों, पोखरों एवं कीचड़ भरी जगहों में पाया जाता है| कमल की पत्तियां सरल और लम्बी, खोखली हवा से भरे डंठल (डंठल) जैसी होती है जिससे कि पत्तियों को पानी की सतह पर तैरने में सहायता मिल जाती है|
4 – हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार कमल के फूल को लक्ष्मी यानि धन की वृषा रूप माना जाता है |
5 – kamal ka phool देश में ज्यादातर हिमालय, कश्मीर, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, के अलावा कमल दक्षिणी भारत में तालाबों और पंकयुक्त स्थानों पर भी खेती के रूप में उगाया जाता है |
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