Last Updated on February 26, 2024 by krishisahara
ग्वार की टॉप वैरायटी | Gvar seed price | top varieties of guar | ग्वार की बुवाई कौन से महीने में की जाती है | एक बीघा में ग्वार कितना होता है | ग्वार की उन्नत किस्में | ग्वार की सबसे अच्छी किस्म कौन सी है | ग्वार कितने प्रकार का होता है
बाजार मंडियों में ग्वार के अच्छे भाव मिलने के कारण किसान भाइयों में ग्वार की खेती में रूचि तेजी से बढ़ रही है | कई प्रगतिशील किसान अधिक उत्पादन वाली किस्मों के बीजों की खेती करके मुनाफा कमा रहे है| ग्वार एक प्रकार से खरीफ की फसल है, जो मुख्यतः राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में सर्वोधिक की जाती है | यदि आप ग्वार की खेती से अच्छा लाभ कमाना चाहते है, तो आपके लिए यह जानकारी फायदेमंद साबित होगी |
आज हम बात करेंगे, देश में सिंचित और असिंचित अवस्था में ग्वार की उन्नत किस्में, जो प्रमाणित और बेहतर उपज परिणाम देती है –
यह भी पढ़ें –
टॉप 10 ग्वार की उन्नत किस्में (Top 10 Guar Improved Varieties) ?
बाजार में ग्वार की कई प्रमाणित बीज वैराईटीयां, जिन्हें चारे, दाने और हरी फलियों के रूप में खेती कर सकते है | आज हम बात करेंगे ग्वार दाने/बीज उत्पादन के रूप में उन्नत बीज किस्मों के बारे में – निचे दी गई सभी उन्नत बीज काफी किसानों की पसंद और अनुभव से जुडी है | इसका उत्पादन आपकी खेत की मिट्टी और उपजाऊपन के कारण थोडा बहुत घट और बढ़ सकता है –
क्र. म. | ग्वार की सबसे अच्छी किस्मों के नाम | ग्वार बीज का विवरण और विशेषता |
1. | शक्ति -1 | शक्ति एग्रो टेक कम्पनी द्वारा ग्वार का यह प्रमाणित बीज अनेक शाखाओ वाला होता है | ग्वार गम की मात्रा भी काफी अच्छी होती है| फसल में लगने वाले रोगों के प्रति काफी सहनशील किस्म है | जल्दी पकने वाली किस्म जो 60 से 75 दिन में पककर तैयार हो जाती है | उत्पादन की बात करने तो, औसतन 7 से 9 क्विंटल/एकड़ देखा जा सकता है | |
2. | टाइगर ग्वार सीड्स | शक्ति सीड्स कम्पनी का यह वैराईटी अधिक शाखाओ और अधिक फैलाव वाली ग्वार किस्म है | इस किस्म के दाने गोल चमक और वजनदार होते है| जड़ गलन, झुलसा, ब्लाईट जैसे रोगों के प्रति उच्च सहनशील किस्म है| लम्बी अवधि के साथ पकती है, जिसका 100 से 110 का समय लग जाता है| अधिकतम उपज के साथ 7 से 10 क्विंटल/एकड़ पैदावार देखने को मिलती है, सभी प्रकार की मिट्टी में उपयुक्त मानी गई है | |
3. | सुपर एक्स -7 | इस किस्म के पौधो की ऊंचाई 90 से 100 सेंटीमीटर मानी जाती है | देश में सिंचित और असिचित अवस्था दोनों में की जा सकती है| इस किस्म को पकने में 80 से 100 दिन का समय लग जाता है | इसका औसतन उत्पादन 6 से 8 क्विंटल/एकड़ देखा जा सकता है| यह बीज किस्म ब्लाईट, जड़ गलन जैसें रोग के प्रति सहनशील होती है | |
4. | एच जी -365 | अनेक शाखाओ के साथ फैलने वाली यह किस्म प्रमाणित उन्नत किस्म है | 60 से 70 जल्दी से पकने वाली किस्म है| पैदावार की बात करें, तो 18-20 क्विंटल/हेक्टेयर लिया जा सकता है | |
5. | गोपी | गोपी सीड्स कम्पनी का यह ग्वार बीज खरीफ फसल में सिंचित और असिंचित अवस्था में बुवाई कर सकता है| फसल पकने की अवधि बुवाई से 80 से 90 दिन की होती है | इसकी उपज में अधिक गम की मात्रा पाई जाती है| गोपी ग्वार बीज का प्रति एकड़ पैदावार 5 से 7 क्विंटल/एकड़ लिया जा सकता है | |
6. | आर जी सी-1066 | ग्वार की यह किस्म भी काफी समय से किसान की पसंद बनी हुई है| 70 से 80 दिनों की मध्यम अवधि में पकने वाली लगभग सभी रोगों से के प्रति सहनशील किस्म है| प्रति हेक्टेयर से 15-18 क्विंटल तक लिया जा सकता है | |
7. | लीडर जयनित सीड्स | रेतीली और हल्की मिट्टी में महत्वपूर्ण किस्म मानी गई है, जिसके बेहतर परिणाम देखे गए इस किस्म के बाजार में अच्छे भाव देखने को मिलते है| एक शाखा में इसकी पौध चलती है, फलिया पौधे के निचे से लेकर ऊपर तक लगती है | इस किस्म के पकने की अवधि 75 से 90 दिन की होती है| उत्पादन की बात करें, तो 5 से 7 क्विंटल/एकड़ देखा जाता है | |
8. | आरजीसी 1017 | यह किस्म भी फसल में लगने वाले लगभग सभी रोगों से मुक्त प्रमाणित किस्म है | फसल पकने की अवधि 90 से 100 की मानी जाती है| कम वर्षा वाले क्षेत्रों में भी 10-14 क्विंटल/हैक्टेयर उपज दे देती है | |
9. | तुलसी ग्वार बीज | दीपक बायोसीड्स कम्पनी की और से यह किस्म भी किसानों की पसंद बनी हुई है | इस को सिंचित और असिंचित दोनों परिस्थतियों में लगा सकते है| फसल को पकने में 80 से 90 दिन का समय लगता है, 6 से 8 क्विंटल/एकड़ तक उत्पादन होता है | |
10. | आर जी सी -1003 | ग्वार का यह प्रमाणित बीज जल्दी से पकने वाली किस्म की श्रेणी में आता है| ब्लाईट, जड़ गलन रोग के प्रति उच्च सहनशील, जिसकी प्रति हेक्टेयर 15-18 क्विंटल पैदावार ली जा सकती है | |
एक बीघा में ग्वार कितना होता है ?
सामान्य देखरेख एवं जलवायु परिस्थति में ग्वार का प्रति बीघा औसतन उत्पादन 3 से 4 क्विंटल हो जाता है | अच्छे बीज एवं अच्छे पोषक तत्वों की पूर्ति के साथ सिंचाई से 6 से 7 क्विंटल पैदावार भी ली जा सकती है |
ग्वार बुवाई बीज दर प्रति एकड़?
किसान यदि बीज या गम, मंडियों में बेचने के लिए फसल की बुवाई करता है, तो 8 से 10 किलोग्राम प्रति एकड़ बीज दर रख सकते है |
ग्वार की सबसे अच्छी किस्म कौन सी है?
अच्छे उत्पादन से ही बीज अच्छा साबित हो सकता है, इसके लिए कई कारक काम करते है जैसे – मिट्टी, जलवायु, खाद-बीज, फसल की देखरेख, क्षेत्र में अनुमोदित किस्म आदि | वैसे – लीडर ग्वार सीड्स, आरजीसी 417, तुलसी ग्वार बीज, आरजीसी 197, शक्ति -1, मरू ग्वार, टाइगर ग्वार सीड्स, सुपर एक्स -7, एफएस 277, सुपर एक्स -7, गोपी, दुर्गापुरा सफ़ेद, एच जी -365 आदि ग्वार के अच्छे बीज माने गये है |
ग्वार की बुवाई कौन से महीने में की जाती है?
हाइब्रिड ग्वार की अगेती बुवाई के लिए मई या जून के प्रारंभ में कर सकते है, सामान्य समय जुलाई का माह माना जाता है | यह फसल देरी से पकती है, इसलिए मानसून के शुरूआती समय में ही बोना उत्तम माना गया है |
यह भी जरूर पढ़ें…