Last Updated on November 4, 2024 by krishisahara
Gehu ki kisme in india | गेहूं की प्रजातियाँ | गेहूं की उन्नत किस्में 322, 343, 2967 | गेहूं की उन्नत किस्में 1544 | गेहूं की उन्नत किस्में 2024 | Gehu ki prajati ke naam | गेहूं तेजस | गेहूं की सबसे बढ़िया वैरायटी | गेहूं की संकर किस्म
आज के समय के अनुसार कोई भी फसल की बुआई करनी हो, बीज का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण हो गया है| गेहूँ की प्रजातियों का चुनाव भूमि एवं बुवाई समय, सिंचाई जैसे कारकों पर निर्भर करता है |
आइए जानते है गेहूं की सिंचित, असिंचित, राज्यो के अनुसार अगेती-पछेती और समय पर बुवाई होने वाली प्रमुख हाइब्रिड किस्में/वैराइटियों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी –
गेहूं की सबसे अच्छी वैरायटी कौन-कौनसी है ?
बुवाई के अनुसार जानिए गेहूं की हाइब्रिड किस्में –
गेहूं की अगेती किस्में | समय पर बुवाई वाली प्रमुख हाइब्रिड किस्में | गेहूं की पछेती किस्में |
– HD 2967 – WH -542 – UP 2338 – HD 2687 – WH 1105 – देसी गेहूं C-306 | – देवा K 9107 – H P 1731 -राजश्य लक्ष्मी – नरेन्द्र गेहूँ1012 – उजियार के 9006 – DL 784-3 / वैशाली – HUW 468, HUW510 – H D 2888, 2967, 2824 – U P 2382 – P B W 443 / 343 – तेजस | – त्रिवेणी के 8020 – सोनाली H P 1633 – H D 2643 – गंगा, – D V W 14 – H P 1744 – नरेन्द्र गेहूँ 1014, 2036, 1076 – U P 2425, K 9423, K 9903, – H W 2045 – P B W 373, 16 |
कम सिंचाई वाली जगह गेहूं बीज ?
- मगहर k 8027
- HDR 77
- इंद्रा k 8962
- गोमती k 9465, k 9644
- मन्दाकिनी k 9251
अच्छी सिंचाई वाली जगह गेहूं की प्रजातियाँ – सिंचित दशा –
- सोनाली HP-1633
- HD 2643
- त्रिवेणी ब्रांड
- DL 784-3/वैशाली
- आदि वैराइटिया आती है |
संकर गेहूं वैरायटीयों का प्रति हेक्टेयर उत्पादन ?
फसल की स्थति का समय | उत्पादन/हेक्टेयर |
असिंचित दशा | 35-40 कुंतल |
सिंचित दशा | 55-60 कुंतल |
सिंचित, देर से बुवाई | 40-45 कुंतल |
हल्की उसरीली भूमि | 25 से 38 कुंतल |
अच्छी वैरायटी को समय से बुवाई और अच्छी देखरेख | 60 से 85 तक |
गेहूं की नई किस्में 2025 ?
हाल ही में नई विकसित बीज की बात करें तो हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए तीन नई किस्में –
- DBW-296 (डीबीडब्ल्यू-296)
- DBW-327 (डीबीडब्ल्यू-327)
- DBW-332 (डीबीडब्ल्यू-332)
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान की और से ये किस्में हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए सबसे उत्तम है |
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भारत प्रचलित गेहूं की वैरायटीयों की सूची ?
रबी की फसल हेतु गेहूं के उन्नत बीज |
– लोकवन – पुसा तेजस/pusa tejas gehun – हाइब्रिड गेहूं 8713 – गेहूं संकर किस्म 2967 – गेहूं संकर किस्म 3086 – गेहूं 343 – मगहर K 8027 – करण नरेन्द्र – पूसा यशस्वी – करण श्रिया – करन वंदना – इंद्रा K 8962 – गोमती K 9465, K 9644 – मन्दाकिनी K 9251 – गेहूं 1105 किस्म – गेहूं 3226U P 2382, 2425, K 9423, K 9903 – PBW443 और 343 – संकर किस्म 1544 – गेहूं बीज 322 – देवा K 9107 – H P 1731, 1744 – राजश्य लक्ष्मी – नरेन्द्र गेहूँ 1012, 1014, 2036, 1076 – उजियार K 9006 – D L 784-3 / वैशाली – HUW – 468 HUW – 510 – H D 2888 और 2967, 2824 ,2643 – त्रिवेणी K 8020 – सोनाली – गंगा – DVW 14 – ये सभी ज्यादा उत्पादन देने वाली गेहूं के उन्नत बीजों के रूप में भारतीय बाजारों में बिकती है | |
सबसे ज्यादा पैदावार वाली गेहूं कौन सा है?
उत्पादन में सबसे बड़ी बात है की पैदावार- खेत एवं मौषम जलवाऊ दशा पर निर्भर करता है – आज के समय एक से बढ़कर एक गेहूं बीज आ रहा है जिससे आप 80 क्विंटल से भी ज्यादा प्रति हेक्टेयर उत्पादन ले सकते है –
डीडीडब्ल्यू 47
करण नरेन्द्र (Karan Narendra wheat seed)
पूसा यशस्वी (Pusa yashasvi wheat seed)
करण श्रिया (Karan Shriya wheat seed)
करन वंदना (Karan Vandana wheat seed)
गेहूं की सबसे बढ़िया वैरायटी कौन सी है?
आज के समय हर संस्थान और कम्पनीया अच्छे बीज को विकसित कर सबसे बढ़िया वैराइटी होने का दावा करती है, लेकिन उस किस्म के लिए हर एक कारक मिलन जरूरी होता है इसलिए अच्छे उत्पादन के लिए अपने क्षेत्र में प्रचलित और कृषि संस्था द्वारा मानक बीजों की बुवाई करनी चाहिए |
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