Last Updated on May 21, 2024 by krishisahara
किसान क्रेडिट कार्ड अप्लाई | kisan credit card interest rate | किसान क्रेडिट कार्ड कितनी जमीन चाहिए | किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज दर | कार्ड धारक की मृत्यु होने पर | क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए क्या करे | किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए कितनी जमीन चाहिए?
किसान क्रेडिट कार्ड देश के किसानों, पशुपालको और मछली पालन करने वालों के लिए शुरू की गई, एक बहुत ही कल्याणकारी और सफल योजना रही है | इस योजना द्वारा जारी कार्ड से खेती से जुड़े उपकरणों, खाद, बीज, कीटनाशक, पशु, चारा, डेयरी के साधन, पशु आहार आदि खरीदने के लिए सरकार कम ब्याज पर लोन की सुविधा देती है | बता दे की, भारत सरकार द्वारा साल 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड स्कीम को शुरू किया गया, जो आज के समय कृषि क्षेत्र की मजबूत और सफल योजना रही है |
kCC/ किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है, कितना इस पर लोन मिलाता है, कितना ब्याज लगता है, किसान क्रेडिट कार्ड कैसे बनवाएं, कितनी जमीन चाहिए आदि की सम्पूर्ण जानकारी की आज हम बात करेंगे –
प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड योजना 2024 –
योजना का नाम | किसान क्रेडिट कार्ड |
लाभार्थी | खेतिहर किसान, पशुपालक, मछली पालक |
किसान क्रेडिट कार्ड योजना कब शुरू हुई | अगस्त 1998 |
अधिकारिक वेब साईट | Kisan Credit Card Scheme |
किसान क्रेडिट कार्ड अप्लाई कैसे करें | ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीके मान्य है |
सम्बधित विभाग | राष्ट्रिय कृषि ग्रामीण विकास बैंक |
कार्ड की आयु | 5 वर्ष (बाद में रिन्यू /उपडेट करना होता है) |
किसान की आयु | 18 साल से 60 वर्ष तक की उम्र तक |
पीएम किसान क्रेडिट कार्ड योजना फार्म PDF | किसान क्रेडिट कार्ड फार्म |
किसान क्रेडिट कार्ड क्या होता है ?
भारत सरकार द्वारा 1998 में नाबार्ड और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने मिलकर इस योजना की शुरुआत की थी | किसानों को सहूलियत हो इसलिए कई बदलाव किये जिनसे किसान, ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण या पब्लिक सेक्टर के किसी भी बैंक द्वारा यक कार्ड के लिए आवेदन करके लाभ ले सकता है| किसान अपने खेती से जुड़े जरूरी कामो के लिए पैसा निकलवा सकता है, खेती से फसल बेचते समय/आय होने पर वापस पैसा चुकता कर सकते है | हर किसान को उसकी जमीन के क्षेत्र के अनुसार यह राशी लिमिट में दी जाती है, जो अलग-अलग होती है –
मुख्यतः किसान का भूमि पर स्वामित्व होना चाहिए, लेकिन इस पर भी सरकार ने कई बदलाव किये जिसमें –
- कृषि भूमि का मालिक
- बटाईदार किसान/ दुसरे की खेती पर कृषि कार्य करता हो लीगल रूप से
- पशुपालन करने वाला किसान
- मछली पालन काम में लग्न व्यक्ति/ किसान / मछुआरा
Kisan credit card interest rate ?
किसान क्रेडिट कार्ड पर बैंक कुल 9 % ब्याज लगाता है, लेकिन केंद्र सरकार 2 % की छुट, 12 महीनों में एक बार या लागु समय पर चुकाने वाले किसान को 3% की और छुट देती है, यानि कुल 4% ही क्रेडिट राशी पर ब्याज चुकाना होता है | यानि किसान समय पर KCC को चुकता करते है तो उदा. 1 लाख पर सालना 4000 ही ब्याज देना होता है |
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए?
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने हेतु आवश्यक दस्तावेज होना जरुरी है-
- किसान का आधार कार्ड
- भूमि का खसरा खातौनी
- बैंक पास बुक
- रंगीन फोटो
- मोबाईल नम्बर
- पेन कार्ड
- शपत पत्र
- नजदीकी बैंकों द्वारा प्रदत्त नोड्यूज सर्टिफिकेट
किसान क्रेडिट कार्ड का उद्देश्य ?
योजना के शुरुआत में देश के किसानों की स्थति काफी दयनीय और समस्याओ से भरी हुई थी, जिसको सूधारना मुख्य उधेश्य रहा | हालाँकि वर्तमान में सरकार कृषि को मजबूत और व्यापार के रूप में काम कर रही है, जिसमे हर किसान को KCC के माध्यम से खेती की मुलभुत सुविधा मुहया करा रही है –
- कृषि उत्थान के लिए धन की उपलब्धता कराना |
- कम ब्याज पर किसान को पैसा देना, खेती में नुकशान के समय लोन माफ़ करना |
- कृषि में उन्नत तकनीक को अपनाना और खेती को मुनाफादार बनाना |
किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए कितनी जमीन चाहिए?
किसान के पास कुल मिलाकर खुद के नाम कृषि योग्य भूमि होनी चाहिए, जिसके लिए उसे सालाना कृषि कार्यो के लिए पैसों की जरूरत पड़ती हो | शुरुआत में आवेदन करने पर बैंक किसान की भूमि की लोकेशन के अनुसार क्रेडिट लिमिट का आंकलन करके तय करती है, जो अधिकतम 3 लाख रूपये तक हो सकती है | फिर हर साल किसान की समय पर होती लेनदेन को देखते हुए 10% सालना क्रेडिट लिमिट राशी में बढ़ोतरी करती है |
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किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ ?
आज के समय सरकार कृषि व्यवसाय को लेकर काफी कल्याणकारी योगदान में रही है, किसान kcc से भी कई प्रकार की सुविधाओ का लाभ ले सकता है जिसमें –
- एक बार यह कार्ड बनाने के बाद किसान का फ्री में लाइफ बिमा बन जाता है |
- kcc लाभार्थी किसान की आकस्मिक मृत्यु (सांप का काटना, बिजली गिरना आदि) हो जाती है तो 50,000 की राशी दी जाती है|
- यही किसी भी प्रकार की दुर्घटना में विकलांग होने पर 25,000 की राशी दी जाएगी|
- देश के किसी भी पब्लिक सेक्टर के बाएँ में यह क्रेडिट कार्ड ले सकते है |
- KCC से 1 लाख 60 हजार रुपए तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है|
- 1 लाख 60 हजार रुपए से ऊपर क्रेडिट लिमिट लेने पर किसान को जमीन के कागजात बैंक के पास गिरवी रखने होते हैं|
- सही समय पर जमा कराने पर हर साल 10% क्रेडिट कर की लिमिट बढती जाती है |
- किसान क्रेडिट कार्ड की वैधता 5 वर्ष तक की होती है|
पब्लिक सेक्टर बैंको के नाम जो किसान क्रेडिट कार्ड जारी करती है –
- बैंक ऑफ इंडिया – किसान समाधान कार्ड
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स -ओरिएंटल ग्रीन कार्ड (ओ.जी.सी.)
- स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद – किसान क्रेडिट कार्ड
- बैंक ऑफ बडौदा – बी किसान क्रेडिट कार्ड
- कार्पोरेशन बैंक -किसान क्रेडिट कार्ड
- देना बैंक -किसान गोल्ड के्रडिट कार्ड
- विजय बैंक -विजय किसान क्रेडिट कार्ड
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया -किसान क्रेडिट कार्ड
- इलाहाबाद बैंक – किसान क्रेडिट कार्ड
- आन्ध्रा बैंक – ए.बी. किसान ग्रीन कार्ड
- केनरा बैंक – किसान क्रेडिट कार्ड
- पंजाब नेशनल बैंक – पी.एन.बी. कृषि कार्ड
- सिंडिकेट बैंक – सिंडिकेट किसान क्रेडिट कार्ड
किसान क्रेडिट कार्ड आप दो तरह से बनवा सकते है – ऑनलाइन और ऑफलाइन |
ऑफलाइन तरीको में किसान जिस भी बैंक में क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहता है, उस बैंक में जाकर किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन फॉर्म ले सकता है –
- kcc फॉर्म को ठीक और सही जानकारी के साथ अच्छे तरह से भर ले |
- भरे हुए फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेजों कि प्रतिलिपि लगा कर बैंक की शाखा में जमा कर दे|
- अब लोन अधिकारी आवेदक के साथ जरूरी जानकारी को साझा करेगा |
- बैंक द्वारा क्रेडिट कार्ड पर आपके लिए लिमिट की सीमा तय होते ही कार्ड को भेज दिया जायेगा |
फॉर्म में सभी जानकारी सही सही भरें – पीएम किसान क्रेडिट कार्ड योजना फॉर्म
किसान बिना बैंक जाकर ऑनलाइन किसान क्रेडिट कार्ड अप्लाई के लिए केवल वहीँ किसान इसका लाभ ले सकते है, जो वर्तमान में चल रही किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे है | ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए csc द्वारा चलाई जाने वाली ओफिसियली KCC की वेबसाईट पर जाना है, और अपना नाम, आधार लगाने पर आपकी सम्पूर्ण डिटेल खुलकर आ जाएगी- इस पारकर से आवेदन करना बहुत सरल और कम समय में हो जाता है |
यदि किसान के पास csc की id नही है, तो नजदीकी CSC सेंटर या साइबर कैफे पर जाकर यह आवेदन ऑनलाइन रूप से कर सकते है |
अधिकतर जुड़े सवाल-जवाब –
किसान क्रेडिट कार्ड कैसे चेक करें?
आपके kcc के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी किसान CSC सेंटर या साइबर कैफे पर जाकर जानकारी ले सकते है | या फिर अपने क्रेडिट लिमिट, ब्याज राशी, जमा तिथि आदि के बारे में बैंक में जाकर सम्पर्क कर सकते है|
किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु होने पर?
यदि किसान क्रेडिट कार्ड धारक की मृत्यु होने पर – उस मामले में उस खेती पर बने उत्तराधिकारी को ही लोन चुकाना पड़ता है| यदि किसान की मृत्यु आकस्मिक हुई है तो बैंक इस पर 50,000 की बिमा राशी देती है और बाकी बची लोन राशी उतराधिकारी को चुकानी होती है | यदि उतराधिकारी नही चुकता है, तो बैंक द्वारा भूमि बंधक करने की प्रक्रिया लागु कर सकता है |
यदि आपके नाम कृषि भूमि का स्वामित्व है और आप किसी सरकारी सेवा, टैक्स दाता में नहीं हो तो इस योजना का लाभ ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से आवेदन कर सकते है|
किसान क्रेडिट कार्ड योजना कब शुरू हुई?
देश का कृषि सेवा में अग्रणीय बैंक नाबार्ड द्वारा वर्ष अगस्त 1998 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना के नाम से शुरुआत हुई जो अब तक की कृषि योगदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली योजना रही है|
किसान क्रेडिट कार्ड का आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
किसान इस योजना का लाभ लने के लिए हर बैंक की ओफिसियल वेबसाईट से आवेदन फार्म ले सकते है और ऑनलाइन अप्लाई के लिए CSC लॉग इन के मध्यम से KCC की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते है |
️पशु किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है?
हाल ही में KCC के तहत पशुपालन और मछली पालन करने वाले किसानों को भी इस योजना के दायरे में शामिल किया है| ️पशु किसान क्रेडिट कार्ड में पशुपालको को गाय, भैंस पालने के लिए भी क्रेडिट कार्ड लिमिट में दिया जाने लगा है | यह योजना वर्तमान में हरियाणा में जौर सौर से चल रही है|
1 एकड़ जमीन पर कितना लोन मिल सकता है?
किसान KCC के तहत आवेदन करने पर बैंक निर्धारित करता है की क्षेत्र के अनुसार 1 एकड़ जमीन पर अधिकतम 3 लाख तक का लोन दे सकता है |
किसान क्रेडिट कार्ड का मतलब क्या होता है?
सामान्य क्रेडिट कार्ड की तरह ही होता है जिसमे किसानो को अपनी फसल बुवाई के समय खेती बाड़ी की जरुरतो को पूरा करने के लिए उधार धन उपलब्ध कराना होता है| समय पर चुकाने के लिए सरकार किसान को ब्याज में छुट देती है, और साथ में कई आपदा की स्थति में कर्ज माफ़ जैसी सहुल्य्त भी देती है|
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