[ पालक की खेती कैसे करें 2024 ] जानिए देसी पालक की व्यापारिक खेती, बुवाई का समय, बीज, बाजार भाव | Spinach Farming in Hindi

Last Updated on February 12, 2024 by krishisahara

पालक की खेती की जानकारी | palak ki kheti kaise karen | देसी पालक की खेती | palak ki kheti | पालक की खेती का समय | पालक की खेती कैसे करें | palak ki kheti kaise hoti hai

पालक एक पत्तेदार सब्जी है जो भारतीय गुणकारी सब्जियों में एक अपना विशेष स्थान रखती है | पालक की खेती लगभग सभी प्रकार के किसान कर सकते है | पालक की खेती एक इस प्रकार की फसल है कि कम लागत में और कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते है |

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पालक की खेती कैसे करें

पालक के यह गुण जानकर आप भी चौंक जाएंगे क्योंकि पालक में आयरन, विटामिन, कैल्शियम से भरपूर और लगभग 30 प्रकार के लाभदायक तत्व पाए जाते है | आइए जानते है पालक की खेती कैसे करें, देसी पालक की व्यापारिक खेती, बीज, बाजार भाव –

पालक की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी –

इस खेती के बारे में जानकारी लेकर किसान पालक की उन्नत खेती कर अच्छा लाभ कमा सकता है| व्यापारिक खेती के रूप में उपजाई जाने वाली फसल 35 से 40 दिन की उत्पादन देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो जाती है और लगभग 60 से 65 दिन तक इससे उत्पादन ले सकते है |

पालक की उन्नत किस्में बीज वैरायटीया/पालक संकर बीज ?

पालक की उन्नत बीज और किसानों के बारे में बात करें तो किसान भाई अपने क्षेत्र में जलवायु और प्रचलित किस्मों का ही प्रयोग करें, वैसे देश में पाई जाने वाली पालक की प्रमुख उन्नत किस्में

  • ऑल ग्रीन 
  • पूसा पालक
  • पूसा हरित
  • पूसा ज्योति
  • जोबनेर ग्रीन
  • हिसार सिलेक्शन 23
  • पन्त

पालक कौन से महीने में बोया जाता है ?

देश में पालक की खेती सर्दी और गर्मी दोनों ऋतु में की जाती है | देश में अधिकतर सर्दी की ऋतु में पालक की खेती ज्यादा की जाती है, क्योंकि इस समय इसको उपजाना बहुत ही आसान होता है और उत्पादन भी अच्छा मिल जाता है |

यदि किसान पहली बार इसकी खेती कर रहा है, तो सर्दी के मौसम से पालक की व्यापारिक खेती शुरू करें | और यदि किसान पहले से पालक की खेती कर चुका है तो बाजार में आजकल कई प्रकार की वैरायटी है जिससे गर्मी के मौसम में भी सिंचाई के साथ पालक की खेती करता मुनाफा कमा सकते है |

गर्मी के समय पालक की खेती करने का उत्तम समय जून-जुलाई-अगस्त माह उत्तम माना जाता है | जबकि सर्दी की फसल के लिए पालक की बुवाई अक्टूबर-नवंबर माह में पूरी कर ली जाती है |

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पालक की खेती कैसे करें

पालक के बीज कैसे लगाए ?

  • खेत में पालक की बुवाई करने से पहले पालक के बीजों को 8 से 10 घंटे भिगोकर रखना चाहिए |
  • बिजाई से लगभग 1-2 घंटे पहले बीज को उपचारित कर ही बुवाई करें |
  • पालक की बिजाई के लिए तैयार खेत में बीजों को एक समान बिखेर देते है और उसके बाद में रोटावेटर या अन्य किसी भी प्रकार के कृषि यंत्र से एक से डेढ़ इंच गहराई तक बीजों को मिट्टी में मिला देना चाहिए |

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खेत की तैयारी कैसे करें ?

पालक की फसल एक प्रकार से भूमि के ऊपरी परत पर फलने-फूलने वाली खेती है तथा पालक की जड़े भी लगभग कम गहरी होती है| जिसमें 1-2 बार कल्टीवेटर या रोटावेटर की सहायता से जुताई करवा दें, Palak ki kheti में गहरी जुताई की आवश्यकता नहीं होती है |

पालक खेती के लिए मिट्टी जलवायु –

पालक देश के लगभग हर क्षेत्र में कस्बों में उगाई जाने वाली फसल है दोमट मिट्टी सर्वाधिक उत्तम मानी जाती है अत्यधिक जलभराव और बिना सिंचाई वाली बलुई मिट्टी में इसकी खेती असंभव है| गर्म और ठंडी जलवायु के अनुरूप है विशेष रूप से पालक की खेती, मौसम हल्का या ठंडा ही उत्तम माना जाता है| गर्म जलवाऊ वाले क्षेत्रों में पालक की खेती इसके बीज और अन्य उत्पाद लेने के लिए करते है |

पालक की खेती कैसे करें

पालक की खेती करने की विधि ?

देश के किसान अपने क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से प्रयोग करते है –

क्यारी विधि –

पालक की बिजाई किसान खेत में नमीयुक्त क्यारी विधि से भी बुवाई कर सकते है तैयार खेत में क्यारिया बनाकर प्रत्येक क्यारियों में बीजों को डालकर मिट्टी में मिलाना होता है |

छिड़काव विधि 

देश के बहुत से क्षेत्रों में खेत को समतल कर बीज का छिड़काव कर उस पर हल्का 1 से 2 इंच गहरा रोटावेटर की सहायता से भी बुवाई करते है |

कतार से कतार विधि

पालक के इस बुआई के तरीके मे सीडर कृषि यंत्र से बिजाई की जाती है जिस प्रकार गेहूं की बिजाई होती है वैसे ही लेकिन इसमे बीज को दूरी पर बिजाई करते है |

पालक की खेती में खाद कौन सा डालें ?

सबसे पहले बात करें खेत की तैयारी के समय 2-3 ट्रॉली सड़ी हुई गोबर की खाद प्रति एकड़ के हिसाब से खेत में डालें और रोटावेटर की सहायता से एक बार मिट्टी में मिला दें |

खेत की भूमि कम उपजाऊ है, तो डीएपी या सिंगल सुपर फास्फोरस खाद का भी प्रयोग कर सकते है |

पालक की खेती कैसे करें

पालक की खेती में सिंचाई कैसे करें ?

खेती में सिंचाई का प्रमुख योगदान रहता है पालक की खेती पूर्ण रूप से सिंचाई पर ही निर्भर होती है | सिंचाई जितनी अच्छी होगी उतना ही अच्छा उत्पादन होगा और देरी से फसल पकेगी |

इस खेती में लगभग 5-7 सिंचाई की जरूरत होती है और हर 10 से 15 दिन के अंतराल पर पालक की कटाई कर सकते है |

यदि किसान सर्दी के ऋतु में पालक की खेती करें तो दो सिंचाई में फसल का जीवन चक्र पूरा हो जाता है |

  • पहली सिंचाई जब पालक का पौधा 1-2 इंची तक की ऊंचाई या दो या चार पत्ते आ जाए |
  • शुरुआत की दो से तीन सिंचाई हल्की सिंचाई करनी है |
  • तीन सिंचाई हो जाने के बाद सप्ताह में 3 बार सिंचाई करते रहना चाहिए |

प्रति एकड पालक बीज की मात्रा ?

बात करें खेत में पालक के बीज की कितनी मात्रा लगेगी तो इसके लिए औसतन प्रति एकड़ पालक बीच की मात्रा 13 से 15 किलोग्राम लागत आती है |

हरे पालक की खेती से कमाई ?

किसी भी प्रकार की फसल हो खेत के उत्पादन, बाजार के भाव, फसल की देखरेख, लागत-बीज-भाव आदि पर निर्भर करती है वैसे औसतन देखा जाए तो प्रति एकड़ पालक की उपज 10-12 टन उत्पादन हो जाता है और हरे पालक का मंडी भाव 10 रुपये से लेकर 50 रुपये किलोग्राम के बीच रहता है | पालक से कमाई देखे तो 15रू×10 टन = 1,50,000 रुपये |

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पालक की खेती कैसे करें

हरे पालक का मंडी भाव 2024 ?

इन दिनों में नवीन सब्जी भाव में हरे पालक का भाव ₹10 प्रति किलो से लेकर ₹30 प्रति किलो के बीच में बिक रहा है साथ ही पिछले तीन-चार माह से मांग भी समान बनी हुई है | मंडी अधिकारियों के अनुसार पालक के भाव में तेजी की संभावनाएं बताई जा रही है | जैसे-जैसे गर्मी का समय आ रहा है पलक के भाव मजबूती मिल सकती है |

पालक की बुवाई कब करें?

गर्मी के समय पालक की खेती करने का उत्तम समय जून-जुलाई-अगस्त माह उत्तम माना जाता है, जबकि सर्दी की फसल के लिए पालक की बुवाई अक्टूबर-नवंबर माह में पूरी कर ली जाती है |

पालक कितने दिन में तैयार होता है?

व्यापारिक खेती के रूप में उपजाई जाने वाली फसल 35 से 40 दिन की उत्पादन देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हो जाती है और लगभग 60 से 65 दिन तक इससे उत्पादन ले सकते है |

पालक कैसे उगाई जाती है?

1. खेत में पालक की बुवाई करने से पहले पालक के बीजों को 8 से 10 घंटे भिगोकर रखना चाहिए |
2. बिजाई से लगभग 1-2 घंटे पहले बीज को उपचारित कर ही बुवाई करें |
3. पालक की बिजाई के लिए तैयार खेत में बीजों को एक समान बिखेर देते है और उसके बाद में रोटावेटर या अन्य किसी भी प्रकार के कृषि यंत्र से एक से डेढ़ इंच गहराई तक बीजों को मिट्टी में मिला देना चाहिए |

गर्मी में पालक की खेती कैसे करें?

गर्मी के समय पालक की खेती करने का उत्तम समय जून-जुलाई-अगस्त माह उत्तम माना जाता है | बाजार में आजकल कई प्रकार की वैरायटी है, जिससे गर्मी के मौसम में भी सिंचाई के साथ पालक की खेती करता मुनाफा कमा सकते है |

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