[ पूसा बासमती 1509 धान किस्म 2024 ] जानिए धान में लोकप्रिय किस्म 1509 की विशेषताएं, पैदावार | Pusa Basmati 1509 Seed

Last Updated on December 24, 2023 by krishisahara

पूसा बासमती 1509 धान का बीज पिछले कुछ सालों से किसानों की मुनाफेदार किस्मों वाली पसंद बनती जा रही है | खेती में इसके अच्छे परिणाम से सालदर बुवाई का रकबा एव बाजार में डिमांड बढ़ी है | 1509 धान की किस्म सूखे में भी अच्छे उत्पादन एव जल्दी पकने वाली फसल मानी जाती है | आइये जानते है, धान की लोकप्रिय किस्म 1509 को लेकर सम्पूर्ण जानकारी –

पूसा-बासमती-1509-धान-किस्म

पूसा बासमती 1509 धान किस्म क्या है ?

पूसा बासमती 1509 धान एक विशेष किस्म का धान है, जिसे भारत में उगाया जाता है | यह किस्म नई दिल्ली स्थित पूसा संस्था द्वारा विकसित बीज है, जो कई प्रकार की विषम परिस्थति में अच्छा उपज उत्पादन दे सकती है | यह किस्म कम अवधि में पकने वाली धान फसलों के रूप में जानी जाती है |

पूसा बासमती 1509 धान उच्च नमी आवश्यकता वाली मृदा के लिए उपयुक्त होता है और इसे धान के क्षेत्रों में उगाने के लिए प्राथमिकता दी जाती है |

1509 धान की विशेषताएं ?

पूसा बासमती 1509 धान की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं : –

  • इस बीज की फसल को पकने में 90 से 100 दिन का समय लगता है |
  • इसकी पौध लगाने का समय मई से और खेतों में 20 जून के बाद का समय अच्छा माना गया है |
  • विषम परिस्थति में भी अच्छी उपज के लिए जानी जाती है |
  • यह क्वालिटी काफी डिमांड एव दिखने में काफी सुन्दर है |
  • बाजार में बासमती 1509 धान को साल में कभी भी अच्छे भाव मिल जाते है |

1509 पूसा बासमती पौध लगाने का समय ?

पूसा बासमती 1509 धान को उगाने के लिए उपयुक्त समय क्षेत्र के आधार पर अलग-अलग हो सकता है, लेकिन इस किस्म को 15 मई से 20 जून तक नर्सरी तैयार करने का समय अच्छा माना गया है | तैयार पौध को खेतों में लगाने के लिए 20 जून से शुरू कर सकते है | पछेती नर्सरी तैयारी में जून से 15 जुलाई तक एव खेत में बुवाई जुलाई-अगस्त के दिनों में लगा सकते है |

1509 धान की पैदावार कितनी है?

पूसा बासमती 1509 धान की पैदावार कई अग्रणी उत्पादक किसानों द्वारा अच्छी मानी जाती है| इसकी पैदावार बहुत सामान्य परिस्थितियों पर निर्भर करती है जैसे कि मौसम, मृदा, पोषण और कृषि व्यवस्था आदि| सामान्यतः पूसा बासमती 1509 धान की उपज पैदावार 20-25 क्विंटल प्रति एकड़ होती है|

1509 धान की सीधी बिजाई ?

इस किस्म की सीधी बुवाई के लिए किसान को खेत की अच्छी तैयारी करनी होती है | पुरानी फसल अवशेषों की अच्छी साफ-सफाई करके मिटटी को खाद-उर्वरक देकर तैयार करना चाहिए | धान की सीधी बुवाई में बीजों को पहले बाविस्टिन दवा से बीज उपचार अवश्य करना चहिये |

धान 1509 में होने वाले रोग ?

इस किस्म में मुख्यत यह रोग देखे जाते है, जिनका निवारण इस प्रकार है –

जीवाणु पर्ण झुलसा रोग, यह रोग नर्सरी एव फसल के मध्य अवस्था में होता है, इसके बचाव के लिए – स्ट्रेप्टोसाईक्लिन 30 ग्राम / एकड़ की दर से छिडकाव कर सकते है |

पत्ती का झोंका , गर्दन तोड़ (ब्लास्ट) – इस रोग में पौधे और पत्तिया सिकुड़ने लगती है | इस रोग के बचाव के लिए कार्बेन्डाजिम 50 % डब्लू पी दवा 200 ग्राम/एकड़ या ट्राईसाईन्लाजोन 120 ग्राम/एकड़ उपयोग करते है |

धान 1509 की खेती कैसें करें ?

इसकी बुवाई एव खेती अन्य किस्म के धान की बुवाई की तरह ही होती है | किसान को बीज क्वालिटी की दिशा निर्देशों के अनुसार ही उपज लेनी चहिये, जिससे लागत एव मुनाफा कमाया जा सके |

मिट्टी और खेत की तैयारी – धान की उन्नत खेती के लिए उचित भूमि का चयन करें और खेत को उपयुक्त ढंग से तैयार करें| यह सही खाद, उर्वरक और बीज के उपयोग के माध्यम से किया जा सकता है|

बीज चयन एव उपचारित – उच्च गुणवत्ता वाले बासमती 1509 के बीज का उपयोग करें | इन बीजों को सुखा और सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए ध्यान दें | 1509 बीज को उपचारित करने के लिए 10 ग्राम बाविस्टिन प्रति एकड़ बीज दर के अनुसार उपचारित करना चाहिए |

नर्सरी एव रोपाई समय – धान के बुवाई का समय अप्रैल-मई के महीनों में होता है | इस दौरान मौसम सूखा और उष्णकटिबंधीय होता है, जो धान के उत्पादन के लिए उपयुक्त होता है | जून-जुलाई माह में धान की रोपाई खेतों में कर देनी चाहिए |

बुवाई विधि – धान की खेती के लिए सीधी बुवाई या लिटर बुवाई का उपयोग किया जा सकता है| सीधी बुवाई में खेत की गहराई 3-5 सेमी रखी जाती है|

फसल की देखभाल – धान के उत्पादन में समय समय पर फसल की देखभाल बहुत महत्वपूर्ण होती है| किट रोग का निवारण समय पर करना चाहिए |

1509 धान की रेट क्या रहता है ?

धान की रेट विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि बाजार की मांग और परिस्थितियाँ, स्थानीय और वैश्विक उत्पादन, बाजार में मांग, खाद्य सुरक्षा नीतियाँ, ट्रेड नीतियाँ, मूल्य निर्धारण नीतियाँ आदि| वैसे सामान्यत 3,000 से लेकर 5000 हजार रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब बाजार में बिक जाता है |

क्यों मानी जाती है, धान की लोकप्रिय किस्म पूसा-1509 ?

पूसा बासमती 1509 धान को लोकप्रिय माना जाता है, क्योंकि इसकी विशेषताएं और गुणवत्ता इसे अन्य धान किस्मों से अलग बनाती हैं|

उच्च उत्पादकता – पूसा बासमती 1509 धान अच्छी पैदावार के लिए जानी जाती है| यह विषम परिस्थति में भी अधिकतम उत्पादन देने की क्षमता रखता है, जो किसानों को अधिक मुनाफा प्रदान करता है|

खाने में स्वादिष्ट – पूसा बासमती 1509 धान की खाद्यता बहुत उच्च होती है| यह बासमती चावल की महकदार, लंबी दानेदार दानों और अच्छे चावल ग्रेन के लिए प्रसिद्ध है|

भारी बाजार मांग – पूसा बासमती 1509 धान का व्यापार भारतीय और विदेशी बाजारों में बहुत ऊंचा है| इसकी खासियतों के कारण विदेशों में भी इसकी मांग है|

कम समय में तैयार होने वाली किस्म – पूसा बासमती 1509 धान को बासमती धान की अन्य किस्मों की तुलना में कम समय में उगाया जा सकता है|

Pusa Basmati 1509 Seed कहाँ मिलेगा ?

किसान भाई इस वैरायटी को नजदीकी कृषि बाजार, कृषि सेवा केंद्र, खाद-बीज की दुकान, ऑनलाइन वेबसाईट, पूसा संस्थान, कृषि मेलों आदि से खरीद सकते है |

1509 धान कितने दिन में तैयार हो जाता है?

वैसे यह जल्दी पकने वाली किस्म है, लेकिन पूसा बासमती 1509 धान की पकाई अवधि किसान के बुवाई के समय, मौसम की स्थिति, और कृषि तकनीकों के प्रयोग पर निर्भर हो सकती है | आमतौर पर, पूसा बासमती 1509 धान को बुवाई के बाद लगभग 90 से 100 दिनों में पकने में लगता है|

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