[ हाइब्रिड मक्का की वैरायटी 2024 ] जानिए शीर्ष मक्का की उन्नत किस्में | पायनियर मक्का की वैरायटी | Makka ki unnat kisme

Last Updated on March 20, 2024 by krishisahara

मक्का की नई किस्म | मक्का की किस्मों की सूची | अमेरिकन मक्का का बीज | मक्का की उन्नत किस्में | हाइब्रिड मक्का की वैरायटी | top 10 varieties of maize पायनियर मक्का की वैरायटी

आज के समय जागरूक किसान खेती में उन्नत बीजों का ही प्रयोग करते है, बाजार में मक्का की कई उन्नत किस्म के बीज आते है – जिनमें पायनियर, UPL, एडवांटा, बायर, सिजेंता आदि के बीज किसानों में विश्वास बना रखे है | मक्का एक प्रमुख खाद्य अनाज फसल है, जो ज्यादातर पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में होती है | देश में मक्का की खेती आंध्र प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक आदि राज्यों में की जाती है |

हाइब्रिड-मक्का-की-वैरायटी

आइये जानते है, मक्के की टॉप 10 उन्नत वैरायटीयां जो संकर बीज एव अधिक पैदावार देती है –

टॉप हाइब्रिड मक्का की वैरायटी 2024 –

मक्का की उन्नत किस्मेंवैराइटी की विशेषता और सम्बधित जानकारी
पायनियर P3355पायनियर कम्पनी का मक्का बीज 3355 अधिक उपज और अधिक लाभ के सभी कारकों पर सही सबित होता जा रहा है | इस किस्म के पोधे प्रति एकड़ क्षेत्र के मुकाबले अधिक और मजबूत होते है, जिससे उत्पादन में 10 से 20 % अधिक उपज मिलती है | यह ज्यादातर रबी के सीजन में लगाई जाती है |
सेजेन्ता NK 30 +उन्नत किस्मों में यह किस्म भी किसानों में पहली पसंद बनी हुई है, जो 115 -120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | प्रति एकड़ उत्पादन की बात करें तो 30 से 35 क्विंटल / एकड़ तक देती है | जमीन में जड़ों का फैलाव अधिक होता है जिससे पौधा कटाई तक मजबूती से खड़ा रहता है |
पूसा मक्का विवेक QPM 9यह वैराइटी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली द्वारा विकसित की गई है | पैदावार 55 से 60 क्विंटल / हेक्टेयर होती है | 80 से 100 दिन फसल पककर तैयार हो जाती है | खरीफ मौसम में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र, उत्तर पूर्वी राज्यों, महाराष्ट्र, तेलंगाना तथा तमिलनाडू, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश राज्यों के लिए अनुमोदित किस्म है |
शक्ति 1पोष्टिक तत्वों से भरपुर होने के कारण आहार के लिए उपयुक्त – इस किस्म को सम्पूर्ण भारत के क्षेत्रों में लगा सकते है, बिना जलभराव वाली जगहों के अलावा | 90-95 दिन में पकने वाली जिसका प्रति हेक्टेयर उत्पादन 5055 क्विंटल आका जाता है |
गंगा 5यह वैराइटी ज्यादातर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा में लगाई जाती है, जिसके पौधे मजबूत भुट्टा और दाने पीले होते है | यह अगेती किस्म के रूप में उगाई जाती है, जिसका उत्पादन 55-60 क्विंटल / हेक्टेयर माना गया है | वर्षा आधारित क्षेत्रों वाली असिंचित भूमि में अनुमोदित है |
डेकाल्ब 9126मक्का का यह हाइब्रिड बीज रोगसहन करने की क्षमता ज्यादा और पौधा मजबूत होता है | इस वैराईटी को किसान हल्की और भारी मिटटी में लगा सकता है | प्रति एकड़ 30 से 35 क्विंटल तक का अच्छा उत्पादन देती है |
पार्वतीयह भी एक प्रमाणित संकर किस्म है, जो खरीफ के मौसम में अगेती, पछेती, सामान्य किसी भी समय लगा सकते है | पैदावार – 25 से 30 क्विंटल / एकड़, जो 100 से 110 दिन में पककर तैयार हो जाती है – यह किस्म ज्यादातर राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात में लगाई जाती है |
गुजरात मक्का 2पैदावार की बात करें तो 38-40 क्विंटल / एकड़ जो 80-85 दिन में पककर तैयार होती है | ज्यादातर मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात के क्षेत्रों में लगाई जा रही है | जल्दी पकने वाली किस्मो के रूप में मानी जाती है |
पूसा हाइब्रिड 1पूसा हाइब्रिड 1 का मक्का बीज जल्दी पकने वाली संकर किस्म है | जो लगभग 80-85 दिन में पक जाती है | प्रति एकड़ पैदावार 30-35 क्विंटल मानी जाती है जो तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक राज्यों के क्षेत्रों में ज्यादा फलती-फूलती है |
डेकाल्ब – 9108 मक्का का बीजसर्वोधिक उत्पादन देने वाली वैराइटियों में मानी जाने वाली किस्म है – मोनसेंटो डेकाल्ब 9108 मक्का बीज | 100 से 110 में पककर तैयार हो जाती है | इस वैराइटी का औसत उत्पादन 70 क्विंटल / हेक्टेयर माना गया है, सामान्य मक्का बीज से 2 गुना उत्पादन साबित होता है |
शक्तिमान मक्का बीजयह वैराईटी ज्यादा उत्पादन के रूप में जानी जाती है जिसका प्रति एकड़ 70 क्विंटल तक के आस-पास तक बैठता है | 100 से 110 दिन में पककर तैयार होती है | मक्का दानो का रंग नारंगी लाल होता है, जो उच्च प्रोटीन और पोष्टिक रहता है | यह ज्यादातर मध्यप्रदेश, राजस्थान में लगाई जाती है |

मक्का कौन से महीने में बोई जाती है?

देश में खाध्यन के रूप में की जाने वाली मक्का की खेती मुख्यतः दो सीजन में बुवाई की जाती है जो – खरीफ और रबी सीजन में होती है

खरीफ के मोषम में बुवाई का समय– अगेती मई-जून
– सामान्य समय – जून-जुलाई
– पछेती बुवाई में जुलाई अंतिम से अगस्त का माह माना जाता है |
रबी सीजन की बुआईनवंबर-दिसंबर के महीनों में की जाती है |

मक्का फसल की प्रति एकड़ पैदावार कितनी होती है?

खरीफ सीजन में की गई मक्का की खेती से किसान सामान्य रूप से 20 से 25 क्विंटल / एकड़ पैदावार ले सकता है, लेकिन इसी मक्का की फसल को यदि किसान रबी सीजन में लगता है तो 40 से 50 क्विंटल / एकड़ उपज ले सकता है |

मक्का-की-उन्नत-किस्में

मक्का की उन्नत किस्में कौन कौन सी है?

प्रकाश – जे.एच. 3189, नवज्योति, राजेन्द्र हाइब्रिड 1 और 2, सी 8, सी. 14, , सी.एच.एच. 12, जवाहर मक्का 216, माहीकंचन, किरण, जवाहर मक्का 8, गंगा 5, पार्वती (Parvati), पूसा हाइब्रिड 1, शक्ति 1, धवल, अरूण, प्रकाश, डी एम.एच. 109, पूसा हायब्रिड 1, पूसा हायब्रिड 2, शक्ति 1, गुजरात मक्का 2, एस.पी.वी – 1041, शक्तिमान, पूसा हाइब्रिड 1, प्रकाश ( जे.एच. 3189), एफ.एच. 3049, विवेक संकर 4 , गौरव, , जवाहर संकरित मक्का 12, सी ओ बी सी ( बेबी कॉम ), गंगा 5, विक्रम, सती, चंदन 3, हिम 129, पार्वती, एन.एल.डी, शक्तिमान, शक्तिमान 2, स्वीट कॉर्न माधुरी, पॉप कॉर्न वी.एल.एम्बर पॉप, एस.एस.एम. 510, के.एच. 528, प्रो-311, बायो 9681, प्रभात, जे.एम.-8,जे.एम.-12, जे.एम.-13, , एस.पी.वी.-1041, जे.जे.-741,  इन्दौर-12 आदि देश में जानी मानी मक्का बीज की किस्में है, जिनको लगाकर किसान अपने क्षेत्र और मिटटी जलवायु के अनुसार बुवाई कर अच्छी पैदावार ले रहे है | – हाइब्रिड बाजरा का बीज 2024

यह भी जरुर पढ़ें –

दुसरो को भेजे - link share

Leave a Comment

error: Content is protected !!