Last Updated on November 12, 2024 by krishisahara
यूरिया खाद की ताजा खबर | यूरिया खाद रेट 50 Kg | यूरिया खाद का रेट 2024 | यूरिया प्राइस इन इंडिया | यूरिया खाद की कीमत | यूरिया खाद रेट 45 kg
देश में बढ़ती हुई महंगाई और आसमान छूते हुए पेट्रोल-डीजल के बीच किसानों के लिए बहुत बड़ी राहत की खबर निकल कर आई है | देश की सबसे बड़ी खाद-उर्वरक निर्माता कंपनी IFFCO उर्वरक-खाद के दामों में बढ़ोतरी को लेकर जानकारी दी है, कि हाल-फिलाल में यूरिया खाद का दाम नहीं बढ़ेगा और साथ ही यूरिया की किल्लत /कमी को दूर किया जाएगा |
दुनिया की सबसे बड़ी उर्वरक उत्पादक सहकारी संस्था, देश की सबसे बड़ी उर्वरक निर्माता कंपनी ने किसानों को बड़ी राहत देते हुए IFFCO की और से देश में DAP, NPK, NPS, जैसे उर्वरकों के खुदरा कीमतों की नई लिस्ट जारी की है |
डीएपी की कीमत 1350 रुपए रहेगी, एनपीके की कीमत 1470 रुपए रहेगी, एनपीके 12-32-16 की कीमत 1470 रुपये रहेगी, साथ ही NPS खाद की कीमत 925 रुपये रहने वाली है | यूरिया खाद की एक बोरी / 45 kg की कीमत 266.50 रुपये है, जबकि बता दें, की उरिया खाद की कीमत 900 रुपये के आस-पास होती है, पर किसानों को 70 % की छूट के साथ लगभग यूरिया खाद की पुरानी रेट के अनुसार 266.50 रुपये में दी जाती है |
उर्वरक का नाम | उर्वरक का रेट 2024 |
DAP | ₹1350/- |
NPK 10:26:26 | ₹1175/- |
NPK 12:32:16 | ₹1470/- |
NPk 20:20:0:13 | ₹925/- |
यूरिया का सरकारी रेट 45 kg | ₹266.50 |
सिंगल सुपर फास्फेट 50 kg | 450 (पाउडर), 465(दानेदार) |
यूरिया खाद का सरकारी रेट क्या है?
सरकार द्वारा वन नेशन वन फर्टिलिजर के तहत लगभग सभी प्रकार के खाद-उर्वरकों का रेट तय कर रखी है – जिसमें यूरिया खाद का सरकारी रेट 266.50 रु / 45 kg का बोरा तय है, यदि किसान से कोई भी दुकानदार या सहकारी संस्था इस कीमत से ज्यादा वसूल करती है तो उस पर कार्यवाही की जा सकती है |
यूरिया खाद का रेट 2024 को लेकर की ताजा खबर –
रबी सीजन में IFFCO की और से खाद-उर्वरकों की रेट को लेकर लिस्ट/सूची जारी की गई है | दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था IFFCO का कहना है की – अंतरराष्ट्रीय मार्केट में हमारे को कच्चे माल के बढ़ोतरी के बावजूद भी हम देश में खाद उर्वरकों के दाम में बढ़ोतरी नहीं कर रहे हैं और इनके दामों में बढ़ोतरी नहीं की जाने की संभावनाए है |
IFFCO को का मानना है कि यह सहकारी संस्था हमेशा किसानो की सेवा और उधेशय खेती में लागत को कम करने के लिए प्रतिबंद है –
यूरिया खाद क्या है ?
जानते हैं, यूरिया खाद के बारे में तो यूरिया खाद में केवल और केवल नाइट्रोजन होता है | नाइट्रोजन की कमी से पौधों की पत्तियां पीली पड़ने लगती है तथा पौधों का विकास धीमी गति से होता है | यूरिया खाद पौधों के विकास और पत्ती को हरा रखती है | पौधे की पत्तियां हरी होने से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया होने में आसानी होती है | यह खाद सभी प्रकार के पौधों में उपयोग कर सकते हैं, लेकिन किसान भाइयों इस खाद का ज्यादा प्रयोग भी नुकसान दाई होता है, पौधे, फसल और मिट्टी में गंभीर बीमारियां भी लग सकती है |
यूरिया खाद का प्रयोग करते समय किसान भाई को ध्यान रखने की जरूरत है, कि कब और किस फसल के लिए कौन सी खाद का प्रयोग करें | कभी-कभी ज्यादा खाद का प्रयोग फसल को नुकसान के साथ-साथ खर्चा भी बढ़ा देता है| कौन सी खाद किस फसल और किस समय देना है यह छोटी-छोटी बातो के बारे में जानकारी होनी चाहिए |
2024 के बाद खादो के दाम में बढ़ोतरी हो जाएगी क्या ?
वैश्विक स्तर पर लगातार कच्चे उत्पाद की कीमतों में वृद्धि देखि जा रही है लेकिन, सरकार सब्सिडी की राशि को बढ़ाकर किसान के पक्ष में उर्वरकों की कीमत बढ़ने से रोक में है | सरकार की और से बढ़ोतरी के बारे में कोई भी सूचना नहीं है, लेकिन पिछली बढ़ोतरी में सरकार किसानों के पक्ष में कीमतों पर रोक लगाई थी |
इफको यूरिया कारखाना / देश में यूरिया खाद की फैक्ट्री ?
समय के चलते देश में रासायनिक उर्वरकों की खपत लगातार अंधाधुन बढ़ रही है | देश में सालाना 330 से 350 लाख टन यूरिया खाद की बिक्री होती है |
देश में बढ़ती यूरिया की मांग को देखते हुए IFFCO देश के अलग-अलग हिस्सों में अपने बड़े-बड़े क्षमता के प्लांट लगा रहा है | जिससे किसानों को सही समय पर खाद उर्वरक उपलब्ध हो सके और समय पर खाद मांग की पूर्ति हो सके |
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